किसी भी दिन शांति भंग हो सकती है. हम नहीं चाहते कि हमारे हाथ रक्तरंजित हों. कुछ भी गलत हुआ तो हम सभी बराबरी से जिम्मेदार होंगे. 47 दिन और 8 दौर से लटकी हुए बातचीत के बीच चल रहे किसान आंदोलन और कृषि कानून रद्द करने समेत कई याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए ये टिप्पणी आज सुप्रीम कोर्ट से आई है. कल अदालत फैसला भी सुना देगी. कृषि कानून अभी फिलहाल के लिए रोके जाएंगे? या फिर रास्ता कुछ और निकलेगा? सवाल ये भी कि उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को बचाने में कांग्रेस का हाथ क्यों है? धर्म के आधार पर विवादित-भड़काऊ बयान देने या काम करने से नेताओं की जीत की गारंटी कैसे बढ़ जाती है? कैसे एक अफवाह राष्ट्र को नुकसान की कुएं में कैसे धकेल देती है? देखें दस्तक, रोहित सरदाना के साथ.