एक अच्छे तेज गेंदबाज की पहचान मैदान में उसके बॉडी लैंग्वेज से होती है. लॉर्ड्स टेस्ट में हमें कुछ ऐसा ही देखने को मिला. टेस्ट के आखिरी दिन ईशांत शर्मा मैदान में न सिर्फ घातक गेंदबाजी कर रहे थे बल्कि उन्हें गेंदबाजी करते देख ऐसा लग रहा था कि वो हर ओवर में विकेट लेना चाहते हैं. यानी जिस इंग्लैंड ने लॉर्ड्स के मैदान में अपने गुलाम रहे सभी देशों को हराने का सुख भोगा, उसी मैदान में टीम इंडिया ने 'आजादी' दिलाई.
dustak: team india grabs independence in lords