कोरोना की ये दूसरी लहर देश को डरा रही है लेकिन लोग अब भी लापरवाही बरत रहे हैं. कोरोना को एक और बीमारी की तरह ले रहे हैं. कोरोना की पहली लहर में पिछले साल 16 सितंबर को एक दिन में 97,894 कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आए थे. ये आंकड़ा दूसरी लहर में 1,68,912 तक पहुंच चुका है. दिल्ली में पिछली बार नवंबर में 24 घंटे में कोरोना के सबसे ज्यादा 8593 मामले सामने आए थे. लेकिन आज देश की राजधानी में 11,491 पॉजिटिव केस आए हैं मुंबई में कोरोना की पहली लहर में 2848 संक्रमित मिले थे. जो दूसरी लहर में तकरीबन ढाई गुना होकर 6905 पर पहुंच गए हैं. अगर भी हम सब नहीं जागे तो इसकी देश बहुत भारी कीमत चुकाएगा. हम सबकी जिंदगी प्रभावित होगी. हालात कितने गंभीर हो गए हैं. इसका अंदाजा इस बात से आप लगा सकते हैं कि सूरत में शमशान की भट्टियों ने पिघलना शुरू कर दिया है. सूरत की तरह की तरह देशभर में शमशान की भट्टियां न पिघलें, इसे रोकना जरूरी है. देखें दस्तक, रोहित सरदाना के साथ.
On September 16 last year, India recorded its highest daily Covid-19 cases at 97,894. Now during the second wave of coronavirus, the highest number of COVID-19 cases reached a record 1,68,912 cases. Delhi, Mumbai, Gujarat, and Madhya Pradesh are the worst-hit states. A shocking picture came from Gujarat's Surat, where gas furnaces at crematoriums have started to melt due to continuous burning. In this episode of Dastak, we will show you how the worst the Covid-19 crisis is getting in India.