सत्ता में आते ही मोदी सरकार ने संकेत दिए थे कि कालेधन पर नकेल कसी जाएगी. संकेत दिल्ली में ही दिए गए थे. ईडी की जांच बताती है कि नशे के कारोबार से कालाधन बनाने का खेल दिल्ली से ही चलता है और नकेल अभी तक कसी नहीं जा सकी है. कालेधन पर नकेल कसने के लिए संसद सबसे ज्यादा बैचेन है.