ये अमर सिंह का अंदाज है. खामोश रहने का दावा और इशारों-इशारों में तमाम शिकायतें. गुरुवार को मुंबई लौटने के बाद अमर सिंह का गुबार फूट पड़ा. उन्होने खुद पार्टी का मामूली कार्यकर्ता बताया और ये भी कि वो मुंबई से ही फिर विदेश चले जाएंगे.