झूठा है तेरा वादा. महंगाई से कराहती भारत की जनता अपने हुक्मरानों से यही कह रही है. क्योंकि हर बार महंगाई आकंड़े कोड़े बन कर जब आम लोगों की खाल निकालते हैं तो सरकार में बैठे लोग महंगाई घटने का झूठा वादा कर देते हैं. न महंगाई कम होती है न वादे.