लंबे वक्त के बाद राज ठाकरे ने कुछ बोला है और बोला तो फिर ऐसा कि मानो फिर से पुरानी आग लगाने की कोशिश की हो. ये राज की आदत है या फिर बीएमसी चुनावों से पहले का स्टंट. इस बार उनके निशाने पर है दूसरे राज्यों के वे लोग जो महाराष्ट्र में सब्जी बेचकर दो वक्त की रोटी कमाते हैं.