पचास दिन बाद चीन अब मान गया है कि वो पीछे हटेगा. असलहे, गोले बारूद, हथियार, फौज सबकी तैनाती करके उसने अपनी ताकत दिखानी चाही लेकिन हिंदुस्तान की ताकत देखकर उसको लग गया कि अगर उसने हिंदुस्तान को अब छेड़ने की कोशिश की तो ये उसको बहुत भारी पड़ेगा. खुद आर्मी चीफ वहां पहुंचकर हालात का जायजा ले रहे हैं. चीन की चिंता कूटनीतिक स्तर पर बढ़ गई है. गलवान घाटी में भारतीय सेना के मुंहतोड़ जवाब के बाद चीन तो सकते में है ही, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के मॉस्को दौरे से भी वो टेंशन में है. रूस के साथ भारत की दोस्ती और एस 400 मिसाइल से चीन की परेशान बढ़ गई है. देखिए 10 तक.