चंडीगढ़ केस में पीड़िता एक आईएएस अधिकारी की बेटी है. वो एक स्वतंत्र और मजबूत लड़की थी. उसने छेड़खानी करने वालों के खिलाफ पुलिस में शिकायत की. मगर पुलिस ने आरोपों की गंभीरता को ताक पर रखते हुए सुबह ही आरोपी को जमानत दे दी. संविधान और कानून ताक पर रख दिया. इसके अलावा उन मामलों का क्या जो हर दिन देश में होते हैं. क्योंकि 80 फीसदी मामले पुलिस दबा देती है या दब जाते हैं.