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दंगल: घर पर लाल निशान, निशाने पर मुसलमान!

दंगल: घर पर लाल निशान, निशाने पर मुसलमान!

गुजरात चुनाव में 2002 का जिन्न एक बार फिर निकल आया है. अहमदाबाद के कई मुस्लिम बहुल इलाकों में, घरों के बाहर रातों रात लगे क्रास के निशान ने हंगामा मचा दिया है. अहमदाबाद के पालदी इलाके में कम से कम दस मुस्लिम सोसायटीज़ ऐसी हैं, जिनके बाहर लाल रांग में क्रॉस के निशान रातों रात लगा दिए गए. ये निशान किसने लगाए, क्यों लगाए, कब लगाए, किससे पूछ कर लगाए, किस वजह से लगाए – ये सब साफ नहीं हुआ तो एक सोसायटी के लोगों ने इस मामले में चुनाव आयोग को चिट्ठी लिख डाली. डिलाइट अपार्टमेंट नाम की इस सोसोयटी को 2002 के दंगों के दौरान भी निशाना बनाया गया था. मामले पर हंगामा होने के बाद प्रशासन ने सफाई दी कि सफाई कर्मचारियों ने ये निशान बनाए थे. लेकिन इस पर भी अलग अलग विभाग के अफसरों के तर्क अलग अलग थे और सोसायटी के लोगों का कहना था कि उन्हें म्यूनिसिपैलिटी की तरफ से ऐसी किसी कार्रवाई की कोई जानकारी नहीं दी गई थी. अगर कूड़ा उठाने वालों का ही ये काम होता तो एक विशेष इलाके में ही ऐसे निशान क्यों बनाए जाते. हालांकि बीजेपी के बड़े नेता और राज्य सरकार के मंत्री, इसे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की एक सामान्य कार्रवाई बता रहे हैं, लेकिन अब मामला तूल पकड़ चुका है. कांग्रेस को लगता है कि चुनाव के मौसम में ये जानबूझ कर की गई ध्रुवीकरण की कोशिश है.

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