दिल्ली के शाहीन बाग में आज दूसरे दिन सुप्रीम कोर्ट के नियुक्त वार्ताकार संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन पहुंचे. आज भी बातचीत में मीडिया की मौजूदगी नहीं है लेकिन संवाद शुरू करने से पहले मीडिया के कैमरों के सामने दोनों वार्ताकारों ने कल की बात फिर दोहरायी कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि आपका हक धरना देने का है तो दूसरे का हक रास्ते के इस्तेमाल का भी है. विरोध के अधिकार का मतलब लंबे समय तक सड़क छेकने का अधिकार नहीं है, इस सीधी सी बात पर शाहीन बाग का पूरा मामला टिका हुआ है, इसीलिए सरकार के मंत्री भी कह रहे हैं कि दोष शाहीन बाग का नहीं, वहां बैठे लोगों को भड़काने वालों का है. आज दंगल में पूछेंगे शाहीन बाग के लिए क्या है बीच का रास्ता?