मृत्यु, जीवन का सत्य है. और इस सत्य को आखिरी पड़ाव तक पहुंचाने के लिए हर धर्म के लोग, अपनी परंपराओं को ध्यान में रखते हुए ही क्रिया कर्म करते हैं. हिंदू मृत्यु के बाद शव को जलाने में यकीन रखते हैं और मुस्लिम दफनाने में. लेकिन पाकिस्तान में रहने वाले ज्यादातर हिंदू शवों को जलाते नहीं, बल्कि दफनाते हैं. आइए जानते हैं कि पाकिस्तान के ज़्यादातर हिंदू शवों को दफनाते क्यों हैं ?