ओडिशा के राज्यपाल हरि बाबू कंभारपाटी ने शनिवार को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में शहीद हुए जवानों और नागरिकों के लिए सभी धर्मों के संगठनों से प्रार्थना करने की अपील की. उन्होंने शिक्षण संस्थानों से तिरंगा फहराने की भी अपील की, ताकि राष्ट्रीय एकता और सैनिकों के समर्थन का संदेश दिया जा सके.
दरअसल, राजभवन में आयोजित सर्वधर्म बैठक में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, विभिन्न समुदायों के नेता, वरिष्ठ रक्षा अधिकारी और राज्य सरकार के प्रतिनिधि मौजूद रहे. इस दौरान राज्यपाल ने कहा, हमारे सैनिक एक बार फिर देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए मोर्चे पर डटे हैं. हमें इस कठिन समय में उनके साथ मजबूती से खड़ा रहना चाहिए.
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राज्यपाल ने 'ऑपरेशन सिंदूर' का उल्लेख करते हुए बताया कि सेना ने सीमा पार आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए हैं. उन्होंने कहा, यह हमला सिर्फ निर्दोष नागरिकों पर नहीं, बल्कि भारत की एकता, लोकतंत्र और शांति के विचार पर हमला था. राज्यपाल ने कहा, आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, और हिंसा का कोई शास्त्र नहीं. उन्होंने शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की.
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि आतंकवाद मानवता के खिलाफ युद्ध है. उन्होंने कहा कि इतिहास बताता है कि जब भी देश को जरूरत होती है, सभी समुदाय एक साथ आ जाते हैं. उन्होंने कहा, हमारी सबसे बड़ी पहचान भारतीय होना है. हम सभी भारतीय हैं, चाहे हमारी जाति, पंथ या धर्म कुछ भी हो.