मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में जहरीले कफ सिरप से 14 बच्चों की जान चली गई, जबकि बैतूल में भी दो बच्चों की मौत हुई. एक पीड़ित परिवार ने कहा, "हमें नहीं मालूम था कि पॉइजन दे रहे हैं. हमारे बच्चे को ऐसा मालूम होता तो हम क्यों देते?" इस घटना के बाद डॉक्टरों की गिरफ्तारी हुई, लेकिन ड्रग कंट्रोलर को केवल हटाया गया है.