मध्य प्रदेश के खरगोन में आंधी-तूफान के साथ बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि भी हुई. तेज हवा से कई घरों की छत उड़ गई. झमाझम बारिश होने से गेहूं, चना, मक्का फसल को भारी नुकसान हुआ है. खबर लिखे जाने तक कई गांवों में झमाझम बारिश हो रही है. बर्बाद हो चुकी फसल को लेकर किसान भारी चिंतित हैं और मुआवजा मांग रहे हैं.
खरगोन जिले के झिरन्या, भीकनगांव और भगवानपुरा क्षेत्र के कई गांवों में हवा-आंधी के साथ झमाझम बारिश हुई. तेज आंधी के साथ बारिश होने से भीकनगांव जनपद के सतवाड़ा और आसपास के कई गांवों में ओलावृष्टि, तेज हवा से किसानों की फसलें प्रभावित हुई हैं.
गेंहू, चना और मक्का की फसलों में सबसे ज्यादा नुकसान मक्का को हुआ है. किसानों की कई एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है. दूर-दूर तक सिर्फ बर्बादी का आलम देखकर अन्नदाता बुरी तरह आहत हुआ है. ऐसे हालत में किसानों ने मप्र के नए सीएम डॉक्टर मोहन यादव से उचित मुआवजे की मांग की है.
मध्य प्रदेश में हुई ओलावृष्टि और अतिवृष्टि को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मंगलवार को कैबिनेट बैठक में चर्चा की. CM ने ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से नुकसान हुए फसलों का सर्वे करने के लिए सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री डॉ यादव ने स्पष्ट किया है कि कोई भी किसान, ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से जो प्रभावित हुआ है, उसका सर्वे गंभीरता के साथ किया जाए. उन्होंने कहा कि फसलों का सर्वे कराकर किसानों को उचित राहत राशि उपलब्ध कराई जाए. सर्वे की मॉनीटरिंग करने के लिए सभी मंत्रीगण, विधायकगण और सांसदों को भी कहा गया है.