scorecardresearch
 

MP: विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका, प्रमिला साधौ बीजेपी में शामिल

कांग्रेस की पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ की बहन प्रमिला साधौ ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामा. आगामी विधानसभा चुनाव से पहले उनके इस कदम से राजनीतिक गलियारे में खलबली मची है.

Advertisement
X
बीजेपी में शामिल हुईं पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ की बहन प्रमिला.
बीजेपी में शामिल हुईं पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ की बहन प्रमिला.

मध्य प्रदेश के खरगोन में शुक्रवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक सभा को संबोधित करने पहुंचे थे. इस दौरान कांग्रेस के पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ की बहन प्रमिला साधौ ने बीजेपी का दामन थामा. विजयलक्ष्मी ने महेश्वर सीट से 2018 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी. उनके बीजेपी में जाने से राजनीतिक गलियारे में खलबली मच गई है.

दरअसल, खरगोन में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक रोड शो किया. उसके बाद वो नवग्रह मेला मैदान पहुचें. वहां राज्य स्तरीय स्वरोजगार सम्मेलन का कार्यक्रम था. इस कार्यक्रम में वो शामिल हुए. इसके बाद कांग्रेस की पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी की बहन प्रमिला को पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा भी मौजूद थे. 

प्रमिला ने बताया कि कभी-कभी परिस्थितियां और विपरीत विचार सही निर्णय लेने के लिए मजबूर कर देते हैं. आज वो सही दिशा में जाने का निर्णय ले रही हैं. जो भी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, उसे पूरी करने की कोशिश करूंगी.

महेश्वर विधानसभा सीट का महत्व

मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में महेश्वर सीट काफी मायने रखती है. इस सीट पर विजयलक्ष्मी का काफी वर्चस्व है. उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी. उन्हें 83 हजार 87 वोट म‍िले थे. उन्होंने बीजेपी के भूपेंद्र आर्य को हराया था. अब मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव काफी नजदीक हैं. इसलिए यह एक बड़ा उलटफेर माना जा रहा है.

Advertisement

पिछले विधानसभा चुनाव के नतीजे 

मध्य प्रदेश के 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 114 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि बीजेपी को 109 सीटों पर जीत मिली थी. मगर, सरकार बनाने के जादुई आंकड़े को कोई पार्टी हासिल नहीं कर सकी थी. कांग्रेस बहुमत के लिए जरूरी 116 सीटों के बिल्कुल करीब थी. इस वजह से बसपा और सपा की मदद से सरकार बनाई थी. 

 

Advertisement
Advertisement