मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक दुखद घटना में कक्षा 11 के छात्र संतोष कुशवाहा ने शुक्रवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह घटना गेवारा गांव में हुई, जो जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित है.
स्थानीय पुलिस के अनुसार, संतोष सुबह 9 बजे ट्यूशन से लौटकर घर आया और ऊपर के कमरे में चला गया. उसके दादा पंचू कुशवाहा ने पत्रकारों को बताया कि जब वह दोपहर के भोजन के समय कमरे से बाहर नहीं आया, तो परिवार वाले उसके कमरे में गए और देखकर दंग रह गए कि वह फंदे पर लटका हुआ था.
परिवार ने तुरंत उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अस्पताल पुलिस चौकी के सहायक उप निरीक्षक प्रभु दयाल ने बताया कि आत्महत्या का मामला इशनगर थाना को जांच के लिए भेजा गया है. पुलिस ने कहा कि मामले की पूरी जानकारी जुटाई जा रही है और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए परिवार और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है.
जांच में जुटी पुलिस
स्थानीय लोगों का कहना है कि संतोष एक सामान्य छात्र था और हाल ही में उसने ट्यूशन में नियमित रूप से पढ़ाई की थी. फिलहाल पुलिस किसी दबाव या मानसिक परेशानी के संकेतों की जांच कर रही है.
आत्महत्या जैसी घटनाएं न केवल परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए चिंता का विषय हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि किशोरों में मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना बेहद जरूरी है और परिवार को किसी भी तरह की परेशानियों या बदलाव के संकेतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वो इस प्रकार की घटनाओं की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर समय रहते मदद प्राप्त करें.