मध्य प्रदेश के इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड में हो रहे नए खुलासे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. आजतक से बातचीत में राजा रघुवंशी की चचेरी बहन श्रृष्टि रघुवंशी ने कहा कि शादी के बाद जब सोनम घर आई तब वह फोन में ही व्यस्त रहती थी. किसी से भी बात नहीं करती थी. चार दिन घर रही, हमेशा फोन पर चैट करते हुए नजर आती थी. हमें लगता था कि वो बिजनेस या काम की बातें कर रही हैं लेकिन वो तो कोई और ही साजिश रच रही थी.
'सोनम ने दी थी अंजाम भुगतने की चेतावनी'
राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने कहा कि सोनम के परिवार वालों के करीबी ने मुझे बताया था कि सोनम ने अपनी मां को बताया था कि वो किसी और से प्यार करती है, लेकिन उसके घर वालों ने बोला कि तुम किसी से भी प्यार करो, लेकिन तुम्हारी शादी समाज में ही होगी. इस बात पर सोनम ने कहा था कि फिर ठीक है, जहां भी मेरी शादी होगी, उसके बाद का अंजाम जो भी होगा उसकी जिम्मेदार मैं नहीं होंगी.
'राजा को इग्नोर करती थी सोनम'
राजा की मां उमा रघुवंशी ने बताया कि राजा पहले कहता था कि सोनम उससे बात नहीं करती थी. उसे इग्नोर करती थी, उसने हमें ये बात बताई थी. उसके पापा कहते थे कि हमारी बेटी अच्छी है. घर से बाहर भी नहीं निकलती. उसने केवल शिलांग जाने की टिकट करवाई थी. हम राजा की ख़ुशी देख रहे थे. वो खुश था तो हम भी खुश थे. हमें पता नहीं था कि सोनम ऐसा करेगी.
‘सोनम मेरे सपने में आई थी’
राजा की मां उमा रघुवंशी ने सोनम और उसकी मां की भूमिका को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने बताया कि सोनम की मां ने एक चौंकाने वाला दावा किया था कि सोनम मेरे सपने में आई थी. मैंने उससे पूछा कि वह अकेली कैसे आ गई, तो उसने कहा कि राजा बाद में आएगा, मैं अभी आ गई हूं.'
उमा के अनुसार, सोनम की मां ने यह भी कहा कि जब उन्होंने सपने में सोनम से पैसे और जेवर के बारे में पूछा तो सोनम ने जवाब दिया 'कोई मुझे क्या लूटेगा, मैं तो सबको लूटकर आ गई हूं. उमा रघुवंशी ने इस कथित सपने पर शक जाहिर करते हुए कहा कि यह संभव है कि यह सपना नहीं, बल्कि सोनम और उसकी मां के बीच असल बातचीत रही हो. उन्होंने कहा कि इस बात की गहराई से जांच होनी चाहिए.
इसके साथ ही उमा ने यह भी खुलासा किया कि उन्हें हाल ही में पता चला कि सोनम हत्या की खबर से पहले इंदौर आई थी. उन्होंने सवाल उठाया अगर वह इंदौर आई थी तो यह कैसे संभव है कि वह किसी से संपर्क में न रही हो? फिर वह गाज़ीपुर कैसे पहुंची? उसे गाज़ीपुर छोड़ने वाला ड्राइवर कौन था?'