मध्यप्रदेश के शहडोल में सरपंच ने मुनादी पिटवाकर ऐसा फरमान जारी किया है, जिसको लेकर गांव के लोगों में आक्रोश है. लोगों का कहना है कि सरपंच ने तुगलकी फरमान सुनाकर सभी का अपमान किया है. दरअसल, सरपंच ने फरमान सुनाया कि जो भी खुले में मवेशी छोड़ेगा, उस पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा, साथ ही पांच जूते मारे जाएंगे.
जानकारी के अनुसार, शहडोल के जयसिंहनगर की ग्राम पंचायत नगनौडी के सचिव और सरपंच ने यह फरमान सुनाया है. इस गांव के सरपंच और सचिव ने फरमान जारी कर पूरे गांव में डुगडुगी पिटवा दी. इस दौरान गांव वालों को चेतावनी दी गई कि अगर उनके मवेशी खुले में घूमते दिखे तो उनके ऊपर पांच सौ रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. इसी के साथ उन्हें पांच जूते मारे जाएंगे. सरपंच के इस फरमान से ग्रामीणों में रोष है.
सरपंच के फरमान का वीडियो हो रहा वायरल
इस बेतुके फरमान का वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो वायरल होने के साथ ग्रामीण खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं. आक्रोशित ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत का घेराव कर पूरी जानकारी SDM भागीरथ लहरे को दी और मामले में कार्रवाई की मांग की.

ग्रामीण बोले- ये पूरे गांव का अपमान है, सख्त कार्रवाई हो
गांव के ब्रज किशोर तिवारी व राम रतन बैगा ने कहा कि इस तरह का फरमान हम सभी का अपमान है. अब से पहले किसी ने भी ऐसा नहीं किया. इस मामले को गंभीरता से लिया जाना चाहिए. इस पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. आवारा मवेशियों को लेकर सरपंच के फरमान को लेकर गांव के लोगों ने कहा कि ये बड़ा अपमान है, पूरे गांव की बेज्जती हो रही है. इस मामले में कार्रवाई की जानी चाहिए.
सरपंच के फरमान को लेकर क्या बोले एसडीएम?
सरपंच के फरमान को लेकर एसडीएम भागीरथ लहरे ने कहा कि इस मामले की अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है. अभी हमारे पास वीडियो नहीं आया है. वीडियो आने के बाद उसकी जांच कराई जाएगी. जांच के आधार पर जो भी उचित कार्रवाई होगी, वो करेंगे.