मध्य प्रदेश के सागर जिले के मालथौन में फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले नीलेश आदिवासी की मौत के मामले में नया मोड़ सामने आया है. मृतक की पत्नी रेवा आदिवासी अपने बेटों के साथ एसपी कार्यालय पहुंची और शिकायत कर गंभीर आरोप लगाए. मृतक का आत्महत्या से पहले का एक वीडियो भी सामने आया है.
दरअसल, 1 जुलाई को मालथौन थाने में 39 वर्षीय नीलेश आदिवासी ने गोविंद राजपूत और भरत आदिवासी के खिलाफ एससी एसटी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज कराया था. आरोप था कि गोविंद सिंह ने जातिसूचक गालियां दीं और जान से मारने की धमकी दी.
इस शिकायत के बाद 4 जुलाई को गोविंद सिंह के समाज के लोगों ने कलेक्टर और एसपी कार्यालय पहुंचकर एफआईआर को झूठा बताते हुए रद्द करने की मांग की. वहीं, 5 जुलाई को क्षेत्र के आदिवासी समाज ने भी कलेक्टर और एसपी कार्यालय जाकर पट्टे की जमीनों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
वहीं 14 जुलाई 2025 को नीलेश आदिवासी ने एक शपथ पत्र देकर बयान दर्ज कराए थे, जिसमें उसने कहा था कि मालथौन में राजनैतिक व्यक्ति राघवेन्द्र परिहार उर्फ चुन्नू, नितिन उर्फ निक्की जैन, अजित राय व अन्य व्यक्तियों द्वारा मुझे जबरन ले जाकर दारू पिलाई और थाना मालथौन में गोविंद सिंह राजपूत मालथौन और भरत आदिवासी के खिलाफ रिपोर्ट कराई थी. इस रिपोर्ट को रद्द कराना चाहता है.
कहा जा रहा है कि इस हलफनामे के कुछ दिन बाद 25 जुलाई को नीलेश ने आत्महत्या कर ली. इस घटना के बाद उसकी पत्नी रेवा आदिवासी ने एसपी ऑफिस पहुंचकर कहा कि कुछ राजनीतिक रसूख वाले लोगों ने पहले पति को शराब पिलाई, फिर झूठा केस दर्ज कराया और लगातार प्रताड़ित किया. इसी के चलते पति ने आत्महत्या कर ली.
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आरोप है कि राघवेंद्र परिहार, नितिन जैन, अजीत राय समेत कुछ अन्य राजनीतिक लोग पति को परेशान कर रहे थे. मृतक की पत्नी रेवा ने कहा कि उनकी जमीन पर डॉ. मनोज जैन ने कब्जा कर लिया था. उसी संबंध में केस दर्ज कराने के बहाने से तीन लोग पति को साथ ले गए थे. वहां उन्हें शराब पिलाकर थाने ले जाकर केस दर्ज करा दिया. जैसे ही यह बात सामने आई, नीलेश ने अजाक्स थाना और एसपी कार्यालय में शपथ पत्र देकर केस को झूठा बताते हुए रद्द करने की अपील की.
आरोप है कि इसके बाद राजनीतिक लोगों ने फिर झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने का दबाव बनाया. रेवा ने कहा कि पति नीलेश को खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह के पास भी लेकर गई, जहां पैसों का लालच देकर गोविंद सिंह राजपूत मालथौन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने को कहा गया. इस दबाव से नीलेश मानसिक रूप से टूट गए और आत्महत्या कर ली.
इस मामले में मृतक नीलेश का एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें वो यही घटना बता रहा है. वहीं पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. हालांकि इस मामले में पुलिस अभी कैमरे के सामने कोई भी बयान देने से बच रही है. मृतक की पत्नी रेवा आदिवासी ने कहा कि शुक्रवार को मेरे पति ने आत्महत्या कर ली. जो परेशान कर रहे थे, उनके खिलाफ शिकायत की थी, कुछ सुनवाई नहीं हुई. चारों आरोपियों को सजा मिले, हम यही चाहते हैं.