मध्य प्रदेश के राजगढ़ में बुधवार रात डकैतों ने ऐसी दहशत फैलाई कि पूरा शहर सहम उठा. किला क्षेत्र स्थित सराफा बाजार में करीब 10 से 12 हथियारबंद बदमाशों ने फायरिंग करते हुए एक के बाद एक कई दुकानों को निशाना बनाया और लाखों रुपये की ज्वैलरी और नकदी लूटकर फरार हो गए. इस सनसनीखेज वारदात के बाद गुरुवार को एक सर्राफा व्यापारी के पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई, जिससे मामला और भी दर्दनाक हो गया.
आधी रात सराफा बाजार में डकैती
जानकारी के अनुसार, बदमाश देर रात सराफा बाजार पहुंचे और दुकानों के शटर तोड़कर अंदर घुस गए. जिन्होंने विरोध किया, उन पर डकैतों ने गुलैल, पत्थर और अन्य हथियारों से हमला किया. बदमाशों ने करीब तीन से चार दुकानों में डकैती की और लगभग एक किलो चांदी, तीन तोला सोना और करीब तीन लाख रुपये नकद लूट ले गए. जाते-जाते बदमाश सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ते गए, ताकि पहचान न हो सके.
सबसे दर्दनाक घटना बागेश्वर ज्वैलर्स से जुड़ी रही. दुकान मालिक सचिन सोनी की दुकान से बदमाश 35 हजार रुपये नकद और करीब 200 ग्राम चांदी ले गए. जैसे ही उनके पिता 65 साल के सुंदरलाल सोनी को इस डकैती की जानकारी मिली, वो गुरुवार सुबह दुकान पर पहुंचे. टूटी अलमारियां और बिखरा सामान देखकर उन्हें गहरा सदमा लगा और कुछ ही देर में उन्हें हार्ट अटैक आ गया. अस्पताल ले जाने पर उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई.
डकैती के सदमे में सर्राफा व्यापारी के पिता की मौत
घटना के दौरान गोपालचंद्र सोनी (70) नामक एक बुजुर्ग अपनी दुकान में सो रहे थे. जब बदमाशों ने लोहे से शटर तोड़ा तो वह उनके पैर में लग गया और वो घायल हो गए. शोर सुनकर आसपास के लोग जागे और अमित और कमल मेवाड़े सहित कुछ युवकों ने बदमाशों का पीछा किया. खुद को घिरता देख डकैतों ने पिस्तौल से फायरिंग की और गुलैल से पत्थर बरसाए, जिसमें कई लोग घायल हो गए. एक युवक की आंख में गंभीर चोट आई है.
मामले पर अमित तोलानी ने बताया कि डकैती में 10 से 12 बदमाश शामिल थे. आरोपियों की तलाश के लिए पांच विशेष पुलिस टीमें गठित की गई हैं और अलग-अलग दिशाओं में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अपराधियों के तौर-तरीकों के आधार पर उनकी पहचान करने की कोशिश की जा रही है.