MP News: राजगढ़ जिले में धार्मिक कथा के समापन पर आयोजित महाप्रसादी में भोजन करने के बाद 50 से अधिक लोग फूड पॉइजनिंग की चपेट में आ गए. इनमें से एक दर्जन से अधिक लोगों को 4 एम्बुलेंस से खिलचीपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है.
घटना सोमवार की रात की बताई जा रही है. राजगढ़ जिले के खिलचीपुर पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले गादिया लुहार गांव में आयोजित एक धार्मिक आयोजन में प्रसादी ग्रहण करने के कुछ देर बाद लोगों की तबीयत अचानक खराब होने लगी.
गादिया लुहार के साथ-साथ छीपीपुरा एवं नेगडिया गांव के लोगों को भी पेट में जलन और बार-बार दस्त की शिकायत होने लगी. एक-दूसरे से सूचना मिलने के बाद प्रशासन को इस संबंध में जानकारी मिली, तो तुरंत प्रशासन की टीम एम्बुलेंस लेकर गांव में पहुंची.
प्रसादी में कोई ऐसा खाद्य पदार्थ था, जिसके सेवन से लोगों को फूड पॉइजनिंग हो गई. अस्पताल में भर्ती उर्मिला ने बताया कि प्रसाद में पूड़ी खाई थी, उसके बाद से दस्त लग गए.
पीड़ित सोनू निवासी नेगडिया ने बताया कि उनके गांव के 30 से 35 लोग बीमार हुए हैं. कुछ लोग वहीं पर उपचार करवा रहे हैं.
रामबाबू ने बताया कि ग्राम गादिया लुहार में भागवत कथा के प्रसादी में गए थे, वहां प्रसाद लेने के बाद पेट में जलन हो रही है और दस्त लग रहे हैं.
फूड पॉइजनिंग के शिकार हरिसिंह ने बताया कि प्रसादी में पूड़ी-सब्जी खाई थी, उसके बाद से लगातार दस्त लग रहे हैं. गांव में 10-15 लोग इस प्रकार बीमार हुए हैं.
फूड पॉइजनिंग से पीड़ित बबलू ने बताया कि बीमार होने पर परेशान होने के बाद एंबुलेंस आई, उसके साथ उपचार करवाने के लिए आ गए. गांव में चार एंबुलेंस पहुंचीं, जो दस से पंद्रह लोगों को लेकर आईं.
गौरतलब है कि जब भी कोई धार्मिक आयोजन होता है, तो आसपास के ग्रामों से सैकड़ों की तादाद में भक्तगण कार्यक्रम एवं प्रसादी में शामिल होते हैं. अब कितने लोग बीमार हुए हैं, यह तो धीरे-धीरे ही पता चलेगा, लेकिन लगता है कि इनकी संख्या अधिक है. कुछ लोगों ने जहां उपचार मिला, वहीं पर इलाज करवाते हुए राहत ले ली है.
उधर, खिलचीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. विशाल सिसोदिया ने बताया कि अभी उनके पास 12 लोग पेट दर्द एवं दस्त की शिकायत लेकर आए थे. जब उनसे पूछा गया, तो पता चला कि किसी कार्यक्रम में खाना खाने के बाद यह शिकायत हुई है.
डॉक्टर ने बताया कि उन्हें प्राथमिक उपचार दे दिया गया है, अभी हालत स्थिर है. जो मरीज आए हैं, उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि गांव में अभी पचास से अधिक लोग बीमार हैं. लेकिन अभी अस्पताल में केवल 12 ही मरीज आए हैं.
भर्ती लोगों ने बताया कि आसपास के गांवों में भी इसी प्रकार लोग बीमार हैं. यदि उन्हें जोड़ा जाए, तो संख्या 100 के आसपास आ सकती है, लेकिन खिलचीपुर के सामुदायिक केंद्र में अभी केवल 12 मरीज ही भर्ती के लिए पहुंचे हैं. प्राइवेट अस्पतालों में कितने लोग भर्ती हैं? यह जानकारी अभी उपलब्ध नहीं हुई है.