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ट्रेनिंग पर भेजा था पाकिस्तानी बुली डॉग, ट्रेनर ने फंदे से लटकाकर मार डाला; कहा- ज्यादा भौंकता था

यह डॉग ताजा मटन खाता था. रोज 3 से 4 हजार रुपए उसके खाने पर ही खर्च होते थे. 'सुल्तान' बोलेरो कार तक खींच देता था. उसके ठाठ यह थे कि उसे 1200 रुपए किलो वाली फूड ग्रेवी लिक्विड फॉर्म में दी जाती थी. यह चिकन से बनी हुई ग्रेवी होती है. डॉग के बदन पर 560 रुपए का महंगा स्प्रे किया जाता था.

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आरोपियों ने कुत्ते के गले में रस्सी बांधकर बार-बार खींचा.
आरोपियों ने कुत्ते के गले में रस्सी बांधकर बार-बार खींचा.

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक पालतू कुत्ते को फांसी पर लटकाकर मार देने का मामला सामने आया है. डॉग ट्रेनिंग सेंटर से मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने ट्रेनर सहित तीन लोगों के खिलाफ पशु क्रूरता का केस दर्ज कर लिया. हालांकि, जमानती धाराओं का मामला होने के चलते आरोपियों को नोटिस देकर छोड़ दिया गया. लेकिन कुत्ते को मारने के सीसीटीवी फुटेज ने दिल दहला दिया है.  

दरअसल, मध्य प्रदेश के ही शाजापुर जिला स्थित कालापीपल निवासी शराब कारोबारी निखिल जायसवाल ने अपने सुल्तान नामक डॉग को ट्रेंड करने के लिए बीते मई माह में भोपाल भेजा. राजधानी के 11 मील इलाके स्थित सहारा स्टेट कॉलोनी में अल्फा डॉग्स ट्रेनिंग सेंटर के ट्रेनर रवि कुशवाह ने 4 महीने में इस पाकिस्तानी बुली डॉग को ट्रेंड करने का आश्वासन दिया. 

चार महीने बीतने पर मालिक निखिल जायसवाल ने ट्रेनिंग सेंटर में संपर्क किया और डॉग को ले जाने के बारे में बातचीत की. लेकिन ट्रेनर रवि कुशवाह ने कह दिया कि ट्रेनिंग अभी पूरी नहीं हुई है. इसके बाद अचानक बीते 9 अक्टूबर को ट्रेनर ने कॉल करके निखिल को बताया कि आपके डॉग सुल्तान की सांस बंद हो गई है. फिर बताया कि सुल्तान की मौत हो गई. 

अपने डॉग के मरने की खबर सुनते ही शाजापुर जिले में रहने वाले निखिल तुरंत अपनी कार से भोपाल के लिए रवाना हुए. ट्रेनिंग सेंटर पहुंचने पर निखिल ने सीसीटीवी रिकॉर्डिंग मांगी, लेकिन नहीं उपलब्ध करवाई गई. डॉग मालिक निखिल ने सुल्तान को दफनाया और फिर भोपाल मिसरोद थाने में शिकायत दर्ज कराई.

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सुल्तान नाम के डॉग की ट्रेनिंग सेंटर में हत्या.

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज जुटाए तो पता चला कि ट्रेनिंग सेंटर के कर्मचारी रवि कुशवाह, तरुण दास और नेहा तिवारी डॉग को फांसी लगाते दिखे. इस आधार पर मिसरोद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पशु क्रूरता समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया.  लेकिन जमानती धाराओं होने के चलते आरोपियों को नोटिस देकर छोड़ दिया गया. 

उधर, आरोपियों ने aajtak को बताया कि कुत्ता हिंसक हो गया था और इसलिए ट्रेनिंग के तहत ही कुत्ते को बांधकर उसके व्यव्हार को काबू में करने की कोशिश की जा रही थी. लेकिन इस दौरान जिस रस्सी से उसे गेट पर बांधा था, वो गले पर ज्यादा कस गई और कुत्ता बेसुध हो गया.  

आरोपियों के मुताबिक, कुत्ते के बेसुध होने पर उसको संभालने की कोशिश की गई और उसके फेफड़ों को दबाया भी गया. लेकिन जब कोई हलचल नहीं दिखी तो वेटनरी डॉक्टर को दिखाया गया था. लेकिन उसे मृत घोषित कर दिया गया. 

कुत्ते की हत्या के बाद शव का PM कराने के लिए दिया आवेदन

कुत्ते के मालिक निखिल जायसवाल का आरोप है, ''मैंने ट्रेनर रवि कुशवाह को 'सुल्तान' के पोस्टमार्टम के लिए कहा. तो उसने कहा कि सरकारी अस्पताल में मेरी बात हो गई है. आप सुल्तान को लेकर चले जाएं. वहां पोसटमार्टम हो जाएगा, लेकिन वहां भी पोस्टमार्टम नहीं किया गया. थक हारकर मैंने अपने चहेते 'सुल्तान' का अकोदिया स्थित घर में अंतिम संस्कार करवा दिया.''

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सुल्तान की रोज 3 से 4 हजार रुपए की थी खुराक

निखिल ने बताया, ''मेरा सुल्तान ताजा मटन खाता था. रोज 3 से 4 हजार रुपए उसके खाने पर खर्च होते थे. सुल्तान बोलेरो कार तक खींच देता था. उसके ठाठ यह थे कि उसे 1200 रुपए किलो वाली फूड ग्रेवी लिक्विड फॉर्म में दी जाती थी. यह चिकन से बनी हुई ग्रेवी होती है. इसके अलावा, डॉग के बदन पर 560 रुपए का महंगा स्प्रे, इंफेक्शन से बचने के लिए 850 रुपए कीमत का टिक स्प्रे और नहलाने के लिए 250 मिलीग्राम का 300 रुपए वाला शैंपू इस्तेमाल किया जाता था.'' 

पाकिस्तानी बुली डॉग ब्रीड की खासियत

शुजालपुर के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रशांत महाणिक ने बताया, इस नस्ल के डॉग की खासियत है कि यह पहाड़ी इलाकों में रहता है. ऐसे डॉग शरीर से लंबे चौड़े रहते हैं. पशु प्रेमी लोग इन्हें घर में नहीं, बल्कि आउट साइड या अपने फार्म हाउस खेत या घर से बाहर पालने के लिए रखते हैं, क्योंकि यह सामान्य कुत्तों से ज्यादा आक्रोशित होते हैं, इसीलिए इन्हें शिकारी कुत्ता भी कहा जाता है. इनकी अनुमानित उम्र 14 से 15 वर्ष होती है.

कुत्ते को दुलार करते हुए मालिक निखिल. (फाइल)

'मौत का सच सामने लाने के लिए हर जगह जाऊंगा'

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सुल्तान की मौत से दुखी निखिल ने बताया कि पुलिस ने दबाव बनाया तो ट्रेनिंग सेंटर के सीसीटीवी में कैद हुए वीडियो रिकवर हुए. सुल्तान को फांसी लगाकर मारने का वीडियो सामने आ गया. इस वीडियो को सुल्तान की मौत और क्रूरता का प्राथमिक सबूत मानते हुए धारा 429, 201 समेत पशुओं के प्रति क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11 में 17 अक्टूबर की शाम 8 बजे मामला दर्ज हुआ. सुनें डॉग मालिक ने क्या कहा:-

दोबारा शव निकलवाने SDM को दिया आवेदन

मामले की जांच करने भोपाल पुलिस अकोदिया और शुजालपुर दोनों जगह पहुंची. पोस्टमार्टम के लिए 'सुल्तान' का दफनाया शव निकालने पुलिस ने एसडीएम शुजालपुर को आवेदन दिया. एसडीएम सत्येंद्र सिंह ने बताया कि वह चुनाव कार्य में व्यस्त थे, इसलिए इस प्रकरण को नहीं देख पाए. आज इस मामले को देखकर नियमानुसार निर्णय लिया जाएगा. 

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