मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम में कृषि विभाग के उपसंचालक जेआर हेडाऊ को 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने गिरफ्तार किया है. सोमवार को 5 सदस्यीय लोकायुक्त टीम द्वारा छापामार कार्रवाई की गई. लोकायुक्त की टीम को एक खाद-बीज विक्रेता ने शिकायत की थी. जिसमें कहा गया था कि उपसंचालक की तरफ से लाइसेंस बहाल करने के लिए एक लाख रुपये और ब्लैक डॉग शराब की मांग की जा रही है.
दरअसल, शिकायतकर्ता राजनारायण गुप्ता कृषि विभाग के रिटायर्ड कृषि विस्तार अधिकारी हैं. रिटायरमेंट के बाद वे अपने भाई की खाद बीज की दुकान का काम देखते हैं. दुकान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसके आधार पर हेडाऊ ने जांच के नाम पर लाइसेंस सस्पेंड कर दिया था. जब गुप्ता लाइसेंस बहाल कराने के लिए हेडाऊ से मिले, तो उन्होंने एक लाख रुपये की रिश्वत और ब्लैक डॉग शराब की मांग की.
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इसके बाद गुप्ता ने लोकायुक्त भोपाल के एसपी दुर्गेश राठौर को शिकायत की. सत्यापन के बाद, लोकायुक्त टीम ने डीएसपी बीएम द्विवेदी के नेतृत्व में छापेमारी कर हेडाऊ को कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया. मामले में आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन) 2018 की धारा-7, के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है.
लोकयुक्त के इंस्पेक्टर द्विवेदी ने बताया कि नर्मदापुरम के कृषि विभाग के उपसंचालक जेआर हेडाऊ को गिरफ्तार किया गया है. हेडाऊ ने एक खाद-बीच का लाइसेंस बहाल करने के लिए दुकानदार से एक लाख रुपये और एक ब्लैक डॉग की शराब की बोतल की मांग की थी. शिकायत के बाद ट्रैप लगाया गया और हेडाऊ को 40 हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया.