दशहरा पर्व के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पथ संचलन का स्वागत करना मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड के दो वरिष्ठ अधिकारियों को भारी पड़ गया. सोशल मीडिया पर वर्ग विशेष के कट्टर युवकों ने न सिर्फ अशोभनीय टिप्पणियां कीं, बल्कि वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉ. सनवर पटेल और डायरेक्टर फैजान खान को सिर कलम करने और जान से मारने की धमकियां तक दे डालीं. धमकियों के बाद फैजान खान ने शिकायत दर्ज करवाई है.
दरअसल, अक्टूबर महीने में दशहरा पर्व के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपना शताब्दी वर्ष मनाते हुए पूरे उज्जैन में विशाल पथ संचलन निकाला था. शहरभर में कई मंचों से इस संचलन का स्वागत किया गया. इन्हीं में एक मंच मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड की ओर से भी लगाया गया था, जो तोपखाना क्षेत्र में स्थापित था.
लेकिन जैसे ही वक्फ बोर्ड चेयरमैन ने आरएसएस पथ संचलन के स्वागत का वीडियो इंस्टाग्राम पर अपलोड किया, उसके बाद से ही सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ जहर उगलने का सिलसिला शुरू हो गया. देखें Video:-
सोशल मीडिया पर भड़काऊ टिप्पणियां
वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉ. सनवर पटेल का आरोप है कि विशेष समुदाय के कुछ कट्टरपंथी युवकों ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर उनके खिलाफ न सिर्फ अभद्र भाषा का उपयोग किया, बल्कि उन्हें और वक्फ बोर्ड डायरेक्टर फैजान खान को जान से मारने, सिर कलम करने जैसी गंभीर धमकियां भी दीं.

वक्फ बोर्ड चेयरमैन डॉ. सनवर पटेल ने aajtak से कहा, ''यह स्वागत सामाजिक सौहार्द और साम्प्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के उद्देश्य से किया गया था. हम समाज सेवा और गरीबों के कल्याण के लिए वर्षों से काम कर रहे हैं. ऐसी धमकियों से हम डरने वाले नहीं हैं. कुछ वक्फ माफिया युवाओं को बरगला कर यह कृत्य करवा रहे हैं.''
उन्होंने हाल ही की दिल्ली आतंकी घटना का हवाला देते हुए कहा कि शिक्षित युवा भी गलत दिशा में जा रहे हैं, जो पूरे समाज के लिए शर्मनाक है. भारत में किसी भी तरह का पाकिस्तानी एजेंडा नहीं चलने दिया जाएगा. यहां कानून का राज है, और प्रदेश में डॉ. मोहन यादव की सरकार ऐसे तत्वों पर सख्त कार्रवाई करने में सक्षम है'
महाकाल थाने में एफआईआर
धमकियों के बाद वक्फ बोर्ड डायरेक्टर फैजान खान ने महाकाल थाने में लिखित शिकायत दी. शिकायत में इंस्टाग्राम आईडी धारकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. पुलिस ने इस मामले से संबंधित सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच शुरू कर दी है. आईडी मालिकों की पहचान की जा रही है. प्रमाणों के आधार पर बीएनएस की धाराओं में सख्त कार्रवाई की जाएगी.