मध्य प्रदेश के गुना में मिशनरी स्कूल के बाहर गुरुवार को अभिभावक और हिंदूवादी संगठन ने जमकर हंगामा किया. आरोप है कि स्कूल में प्रार्थना के बाद 'भारत माता की जय' बोलने पर छात्र को सजा दी गई. हालांकि, बाद में स्कूल प्रबंधन की तरफ से माफी मांगी गई है. आगे से ऐसा कुछ न होगा इसका आश्वासन भी स्कूल प्रबंधन ने दिया है.
जानकारी के मुताबिक, गुना के मिशनरी स्कूल में पढ़ने वाले 7वीं कक्षा के छात्र का आरोप है कि भारत माता की जय बोलने पर उसे 4 पीरियड तक जमीन पर बैठने की सजा दी गई. इस घटना के बारे में छात्र ने अपने परिजनों को बताया, तो विवाद हो गया.
छात्र के परिजन हिंदूवादी संगठनों के साथ मिशनरी स्कूल पहुंच गए और हिंदूवादी संगठनों ने स्कूल का घेराव कर दिया. हिंदूवादी संगठनों ने मिशनरी स्कूल के अंदर सुंदरकांड का पाठ किया और भारत माता की जय के नारे भी लगाए. देखते ही देखते हंगामा बढ़ता चला गया. स्कूल के प्रिंसिपल और महिला टीचर ने छात्र के परिजनों से बात की. इसके बाद टीचर ने माफी भी मांगी.
स्कूल प्रबंधन लिख कर दी माफीनामा
हालांकि, मामला तूल पकड़ता देख स्कूल प्रबंधन ने लिखित में छात्र अभिभावक संघ के नाम माफीनामा लिख कर दिया. स्कूल के प्रिंसिपल ने लिखा कि आगे से इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी. साथ ही कहा कि आगे से प्रार्थना सभा में राष्ट्रगान के बाद भारत मां की जय का उद्घोष भी कराया जाएगा.
मामले में स्कूल प्रबंधन ने बताया, "छात्र ने अनुशासनहीनता दिखाते हुए असेंबली के बाद भारत माता के जयकारे लगाए थे. इससे छात्रों के बीच गलत मैसेज जाता, इसलिए टीचर ने छात्र को सजा दी."