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7 रूम, 12 बेड, 16 बोतलें और...आपत्तिजनक सामान, फेमस स्कूल के कमरों का हैरान कर देने वाला नजारा

MP News: मुरैना में मौजूद मिशनरी स्कूल के फादर (प्रिंसिपल) और मैनेजर के कमरे से शराब की बोतलें और आपत्तिजनक सामान मिलने के बाद स्कूल को सील कर दिया गया. स्कूल कैंपस में सात कमरे बने हुए हैं. कैंपस में फादर और मैनेजर ही रहते हैं. जांच करने पहुंची टीम ने कहा कि विशेष धर्म के प्रचार-प्रसार की ढेर सारी सामग्री भी बरामद हुई है.

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प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल के रूम में मिली शराब की बोतलें.
प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल के रूम में मिली शराब की बोतलें.

मध्य प्रदेश के मुरैना में मिशनरी स्कूल के फादर (प्रिंसिपल) और मैनेजर के रूम से शराब की बोतलें, महिला के अंडरगारमेंट्स और आपत्तिजनक सामग्री मिली है. शहर के प्रतिष्ठित स्कूलों में शुमार इस स्कूल में बाल संरक्षण आयोग की टीम औचक निरीक्षण के लिए पहुंची थी. मामला सामने आने के बाद कलेक्टर के आदेश पर स्कूल को सील कर दिया गया है.

दरअसल, शनिवार को मध्य प्रदेश बाल संरक्षण आयोग की सदस्य निवेदिता शर्मा नेशनल हाइवे-3 पर स्थित मिनशरी स्कूल में निरीक्षण के लिए पहुंची थीं. उनके साथ जिला शिक्षा अधिकारी एके पाठक भी मौजूद थे. निरीक्षण के दौरान निवेदिता शर्मा ने स्कूल के फादर (प्रिंसिपल) और मैनेजर के कमरों की जांच की.

शराब की 16 बोतलें, आपत्तिजनक चीजें

दोनों के कमरों से अलग-अलग ब्रांड की शराब की 16 बोतलें और आपत्तिजनक सामान मिला. टीम ने तत्काल पुलिस को सूचित किया. स्कूल पहुंची टीम ने सामान जब्त किया.

स्कूल में मिली आपत्तिजनक सामग्री और शराब की बोतलों के बारे में जिला शिक्षा अधिकारी ने कलेक्टर अंकित अस्थाना को जानकारी दी गई. इसके बाद कलेक्टर ने स्कूल को सील करने के आदेश दे दिए.

इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल को सील कर दिया है. पुलिस भी इस मामले की जांच में जुट गई है कि आखिर स्कूल की आड़ में यहां चल क्या रहा है?

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जांच करती पुलिस की टीम.
जांच करती पुलिस की टीम.

मिली है धर्म विशेष के प्रचार-प्रसार की सामग्री

बाल संरक्षण की सदस्य निवेदिता शर्मा ने कहा कि धर्म विशेष के प्रचार-प्रसार की सामग्री, शराब की बोतलें और आपत्तिजनक वस्तुएं मिलीं. मामले में डीएम से उचित कार्यवाही की मांग की गई है. स्कूल में चर्च भी बना हुआ है. पूरे स्कूल कैंपस में कैमरे लगे हुए हैं. मगर, उन आवासों के पास कैमरे नहीं हैं, जिनमें से यह सब सामान मिला है. 

उन्होंने आगे बताया कि एक व्यक्ति के रहने के लिए सात कमरों की क्या जरूरत है? यहां पर 12 पलंग पड़े हुए हैं. किचन बनी हुई है. रूम लाइब्रेरी के करीब हैं. मैनेजर का कहना है कि यहां पर वह और प्रिंसिपल ही यहां पर रहते हैं.

स्कूल कैंपस को घर बनाकर नहीं रह सकते: डीईओ

वहीं, मामले पर डीईओ एके पाठक ने कहा कि स्कूल की लाइब्रेरी से लगे हुए प्राचार्य और मैनेजर के कक्ष पाए गए हैं जो कि नियम के हिसाब से बहुत ही गलत हैं. कोई भी स्कूल कैंपस को घर बना कर नहीं रह सकता है.

डीईओ एके पाठक ने आगे कहा कि कलेक्टर के आदेश पर स्कूल को सील कर दिया गया है. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है. मैनेजर और प्राचार्य के बयान लिए गए हैं. देखें Video:-

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