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MP: कलेक्टर बाहर नहीं आए तो गेट फांदकर अंदर घुसे विधायक, कार्यकर्ताओं ने किया 'दंडवत प्रदर्शन'

Harda Congress MLA: कलेक्ट्रेट के अंदर कांग्रेस कार्यकर्ता नारेबाजी करते रहे. हरदा जिले के दोनों कांग्रेस विधायक अपने समर्थकों के साथ कलेक्टर परिसर में धरने पर बैठ गए और 'रघुपति राघव राजा राम' का भजन गाने लगे.

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कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दंडवत प्रदर्शन.(Photo:ITG)
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दंडवत प्रदर्शन.(Photo:ITG)

मध्यप्रदेश के हरदा में बुधवार को कांग्रेस ने किसानों की मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान जब कांग्रेस नेता कलेक्टर को बुलाकर ज्ञापन देने के लिए समय मांग रहे थे, लेकिन कलेक्टर सिद्धार्थ जैन बाहर नहीं आए तो टिमरनी विधायक गेट पर चढ़कर अंदर घुस गए. इतना ही नहीं, उन्होंने पुलिस के सामने गेट खोला और भीड़ को अंदर आने दिया. कांग्रेस नेताओं के सामने पुलिस भी असहाय नजर आई.

एक वीडियो में देखा जा सकता है कि टिमरनी विधायक अभिजीत शाह कलेक्टर कार्यालय का गेट कूद रहे हैं, क्योंकि हरदा के कलेक्टर सिद्धार्थ जैन कांग्रेस नेताओं के पास ज्ञापन लेने नहीं आए.

अभिजीत शाह ने सिर्फ गेट कूदकर अंदर प्रवेश ही नहीं किया, बल्कि गेट के पास अंदर खड़ी पुलिस को असहाय कर दिया, उनके सामने ही ताकत से अकेले ने गेट खोल दिया और भीड़ को अंदर आने दिया.

इसी दौरान पुलिस अधिकारी जितेंद्र वशंव बेरिकेड पर गिरते नजर आए और कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पंवार भी गिर पड़े, यह सब वीडियो में कैद हो गया. स्थिति को शांत करने के लिए एडीएम पुरुषोत्तम कुमार और एएसपी अमित कुमार मिश्रा मौके पर पहुंचे और दोनों विधायकों से बातचीत की.  

प्रदर्शन में हरदा विधायक डॉ. आरके दोगने, टिमरनी विधायक अभिजीत शाह, किसान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष धर्मेंद्र चौहान और कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहन विश्नोई सहित कई पदाधिकारी शामिल हुए. प्रदर्शनकारियों से मिलने एडीएम पुरुषोत्तम कुमार और एसडीएम अशोक कुमार डेहरिया पहुंचे, लेकिन कांग्रेस नेता कलेक्टर से मिलने पर अड़े रहे. देखें Video:- 

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किसान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र चौहान का कहना है कि किसानों के लिए खाद, मुआवजा और बीमा राशि की मांग को लेकर कांग्रेस ने प्रदर्शन किया है. उनका आरोप है कि पिछले चार महीनों से जिले के सैकड़ों किसान खाद के लिए परेशान हैं. उन्हें समय पर पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है.

इसके अलावा, लगातार बारिश के कारण मक्का और सोयाबीन की फसलें पूरी तरह खराब हो गई हैं. किसानों को अब तक न तो बीमा राशि मिली है और न ही कोई मुआवजा दिया गया है. प्रदर्शनकारियों ने हरदा जिले को प्राकृतिक आपदाग्रस्त घोषित करने की मांग की. उन्होंने सोयाबीन, मक्का सहित अन्य फसलों की क्षति के लिए 30 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की राहत राशि और तत्काल बीमा लाभ देने की मांग की.

कांग्रेस ने जिला प्रशासन द्वारा किए गए सर्वे को गलत बताते हुए ग्राम पंचायत स्तर पर पटवारी की ओर से क्रॉप कटिंग के आधार पर पंचनामा बनाने की बात कही, ताकि सैटेलाइट सर्वे की विसंगतियों को दूर किया जा सके.

कलेक्टर सिद्धार्थ जैन का कहना है, ''मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन मिला है, जिसे भोपाल भेज दिया जाएगा. मेरी वीडियो कॉन्फ्रेंस चल रही थी, इसलिए वहां अपर कलेक्टर मौजूद थे.''

कांग्रेस की यह मांगें:-

  •  आगामी रबी सीजन की बुवाई के लिए बिजली और बैंक वसूली रोकने की भी मांग
  •  सोयाबीन और मक्का की समर्थन मूल्य पर खरीदी हो.
  •  मंडी में बेची गई उपज का नकद भुगतान किया जाए.
  •  मंडियों में समर्थन मूल्य से कम भाव पर बोली न लगाई जाए.
  •  मंडियों में किसानों के लिए भोजन की टोकन व्यवस्था और शेड में पंखे लगाए जाएं.
  •  किसानों को पर्याप्त मात्रा में डीएपी और यूरिया खाद उपलब्ध कराया जाए.
     
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