scorecardresearch
 

हैवी डिस्काउंट का लालच...सस्ते दाम में लैपटॉप-मोबाइल दिलाने के नाम पर 5 लाख ऐंठे, 9 आरोपी गिरफ्तार

MP News: राजधानी भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने सस्ते मोबाइल फोन और लैपटॉप का लालच देकर लोगों से रकम ऐंठने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस मामले में दिल्ली के एक कॉल सेंटर संचालक सहित कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया है.

Advertisement
X
कॉल सेंटर संचालक सहित कुल 9 लोगों को गिरफ्तार.
कॉल सेंटर संचालक सहित कुल 9 लोगों को गिरफ्तार.

MP News: राजधानी भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने सस्ते मोबाइल फोन और लैपटॉप का लालच देकर लोगों से रकम ऐंठने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस मामले में दिल्ली के एक कॉल सेंटर संचालक सहित कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. 

डीसीपी क्राइम अमित कुमार ने बताया, भोपाल के कमला नगर इलाके में रहने वाली एक महिला ने आवेदन दिया था कि उनको अपनी बच्ची के लिए एक लैपटॉप और मोबाइल फोन खरीदना था.

उन्होंने गूगल पर सर्च कर कहीं रजिस्ट्रेशन किया था. जिसके बाद उनके पास बिगबाजारप्रो.कॉम कस्टमर केयर से फोन आया था. कस्टमर केयर ने उन्हें 599 रुपए से रजिस्ट्रेशन कराया और बाद में ID एक्टिवेट करने के नाम पर, नॉमिनि की आईडी एक्टिवेट करने, प्राईज मनी रिटेन करने के लिए, प्राईज मनी, जीएसटी, रजिस्ट्रेशन अल्टरेशन फीस, आईडी अल्टरेशन फी, पेमेंट डिक्लाईन होने समेत जीएसटी, टेक्सेस, इंश्योरेंस और रुपए रिफंड करने के नाम पर 21 नवंबर 2022 से 2 दिसंबर 2022 के बीच कुल 4 लाख 81 हजार 597 रुपए की धोखाधड़ी कर ली. 

महिला की शिकायत आवेदन की जांच और बैंक से मिली जानकारी के आधार पर बैंक खाता में लिंक मोबाईल नंबर के उपयोगकर्ताओं के खिलाफ धारा 419, 420 आईपीसी का केस दर्ज किया गया. साइबर क्राइम जिला भोपाल की टीम ने केस दर्ज करने के बाद तकनीकी एनालिसिस के आधार पर प्राप्त साक्ष्यों के माध्यम से सभी 9 आरोपियों को दिल्ली, थाना गोविंदपुरी क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से बड़ी मात्रा में घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन 09, टेलीफोन बॉक्स 22, सिमकार्ड 19 जप्त किए गए हैं. 

Advertisement

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश, बिहार और पंश्चिम बंगाल राज्य के मूल निवासी हैं, जो वर्तमान दिल्ली में रहकर स्थान बदल-बदल कर सस्ते में आनलाइन सामान दिलाने के नाम पर फ्रॉड कॉल सेंटरों का संचालन करते हैं. आरोपीगण बड़ी ई-कॉमर्स बेवसाईट के नाम से मिलती-जुलती बेवसाईट जैसे – bigbazarpro.com, vishalmart24.com, vishalmart99.com आदि तैयार कर उक्त वेबसाईटों पर लोगों को लुभावने ऑफर देते हैं, जिससे लोगों को भरोसा हो जाता है.  

आरोपी पुलिस की पकड़ से बचने के लिए कॉलिंग के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल ना कर जीएसएम टेलीफोन का इस्तेमाल करते हैं जिससे पुलिस को मोबाइल नंबर की लोकेशन के आधार पर ट्रेस करना बहुत कठिन होता है. एक बहुत लंबी ट्रेल के बाद बैंक खाता प्राप्त कर उन बैंक खातों में अपना मोबाइल नंबर लिंक करा लेते हैं. आरोपीगणों को यह मालूम है कि एटीएम से रुपए निकालने पर सीसीटीवी फुटेज निकल आता है जिससे बचने के लिए वह सीएससी सेंटर से रुपए निकालते हैं. 

 

Advertisement
Advertisement