मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक चौंकाने वाली घटना ने भारत के सबसे कुख्यात अपराधों में से एक की यादें ताजा कर दी हैं. मिसरोद पुलिस ने शराब कंपनी में काम करने वाले कृपाराम राजपूत की हत्या के आरोप में शुभम कामरा और 4 अन्य युवकों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में पता चला कि शुभम कोई और नहीं, बल्कि कुख्यात सीरियल किलर आदेश कामरा का बेटा है, जिसने 30 से ज्यादा लोगों की बेरहमी से हत्या की थी. यह मामला तब और सनसनीखेज हो गया, जब यह सामने आया कि शुभम ने एक मामूली विवाद में कृपाराम की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी.
घटना रविवार रात मंडीदीप के पास एक पुल के निकट हुई. मिसरोद थाना प्रभारी मनीष राज भदौरिया ने बताया कि शुभम और कृपाराम एक ही शराब कंपनी में काम करते थे. रविवार रात काम को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया, जिसमें कृपाराम ने शुभम को थप्पड़ मार दिया. इससे भड़के शुभम ने अपने चार साथियों के साथ मिलकर कृपाराम पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया. हमला इतना भीषण था कि कृपाराम की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103(1) के तहत हत्या और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया है. शुभम के पिछले आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है.
शुभम के पिता आदेश कामरा की कुख्याति इस मामले को और गंभीर बनाती है. आदेश वर्तमान में भोपाल जेल में बंद है. उसने ने 8 साल में 33 लोगों की हत्या और उनके वाहन चुराने की बात कुबूल की थी.
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर का रहने वाला और मंडीदीप में बसा आदेश कामरा दिन में 'दर्जी' का काम करता था, लेकिन रात में वह राजमार्गों पर ट्रक ड्राइवरों और क्लीनरों को निशाना बनाता था. पुलिस के अनुसार, वह नशीले पदार्थ मिला भोजन देकर ड्राइवरों का विश्वास जीतता, फिर उनकी हत्या कर शवों को दूरदराज के स्थानों पर फेंक देता और चोरी किए गए ट्रकों को बिहार व उत्तर प्रदेश में बेच देता.
आदेश ने पुलिस को दिए बयान में दावा किया था कि वह ड्राइवरों और क्लीनरों को उनके 'दर्द और पीड़ा' से राहत देना चाहता था. उसकी गिरफ्तारी ने भारत में सिलसिलेवार हत्याओं और ट्रक लूटपाट से जुड़े सबसे खौफनाक अपराधों में से एक का पर्दाफाश किया था. अब उसके बेटे शुभम की इस हरकत ने यह सवाल उठा दिया है कि क्या वह भी अपने पिता के नक्शेकदम पर चल रहा है.
पुलिस ने शुभम और उसके साथियों से पूछताछ शुरू कर दी है. थाना प्रभारी भदौरिया ने बताया कि जांच जारी है और मामले में आगे की कार्रवाई सबूतों और पूछताछ के आधार पर होगी. यह घटना भोपाल में अपराध की गहरी जड़ों और एक सीरियल किलर की विरासत को लेकर चर्चा का विषय बन गई है.