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MP: खरगोन में गो तस्करों ने पुलिस वाहन को मारी टक्कर, एक युवक गंभीर घायल, परिजनों ने चौकी इंचार्ज पर लगाया गोली मारने का आरोप

युवक के परिजनों ने पुलिस चौकी प्रभारी पर गोली चलाने का आरोप लगाया है, जबकि पुलिस ने इससे इनकार किया है. मामला गंभीर होने पर गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस चौकी पर ताला जड़ दिया.

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अस्पताल में घायल युवक का इलाज कराने पहुंचे पुलिसकर्मी.
अस्पताल में घायल युवक का इलाज कराने पहुंचे पुलिसकर्मी.

मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में एक बड़ा विवाद सामने आया. गो तस्करों ने चेकिंग पॉइंट पर खड़े पुलिस वाहन को पिकअप गाड़ी से टक्कर मार दी, जिसमें एक आदिवासी युवक श्रवण पिता कुंवर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना के बाद दो अन्य संदिग्ध मौके से फरार हो गए. युवक के परिजनों ने पुलिस चौकी प्रभारी पर गोली चलाने का आरोप लगाया है, जबकि पुलिस ने इससे इनकार किया है. मामला गंभीर होने पर गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस चौकी पर ताला जड़ दिया.
 
दरअसल, जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर हेलापड़ावा पुलिस चौकी ने गो तस्करी की सूचना पर रात में चेकिंग पॉइंट लगाया था. इसी दौरान एक पिकअप वाहन ने पुलिस वाहन को टक्कर मार दी और थोड़ी दूर जाकर रुक गया. टक्कर के दौरान युवक श्रवण घायल हो गया. पुलिस ने तत्काल उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे इंदौर के एमवायएच अस्पताल रेफर कर दिया गया. वहां उसका इलाज जारी है.
 
एडिशनल एसपी नरेंद्र रावत ने बताया, "हमें गो तस्करी की सूचना मिली थी. चेकिंग के दौरान पिकअप वाहन ने पुलिस वाहन को टक्कर मारी, जिसमें एक युवक घायल हो गया. उसे तुरंत जिला अस्पताल भेजा गया. सीटी स्कैन में उसके सिर पर चोट और फ्रैक्चर पाया गया, लेकिन गोली चलने की कोई बात नहीं है. मामले की जांच की जा रही है."

परिजनों का आरोप
युवक के परिजन मोहन डावर ने कहा, "मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन सुना है कि मेरा भतीजा गाड़ी में था और उसे गोली लगी है. हेलापड़ावा पुलिस चौकी प्रभारी ने गोली मारी है. गो तस्करी के बारे में नहीं पता, पर पुलिस ने गोली चलाई, इतना पता है."

जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. अमर सिंह चौहान ने बताया, "सुबह पुलिस उसे लेकर आई और एक्सीडेंट का मामला बताया. सीटी स्कैन में कनपटी पर चोट, फ्रैक्चर और कुछ टुकड़े दिखे. गनशॉट इंजरी हो सकती है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है. हालत गंभीर होने पर उसे इंदौर रेफर किया गया."

ग्रामीणों का आक्रोश
घटना के बाद 'पुलिस ने गोली मारी' की अफवाह फैली, जिससे आदिवासी समुदाय में रोष फैल गया. गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस चौकी पर ताला लगा दिया. पुलिसकर्मी चौकी छोड़कर चले गए. स्थिति तनावपूर्ण होने पर पूरे जिले से पुलिस बल बुलाया गया और डीआरपी लाइन में सायरन बजता रहा. जिला अस्पताल और हेलापड़ावा में भारी पुलिस बल तैनात है.

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