भोपाल ग्रामीण के सूखीसेवनिया थाना क्षेत्र में हुए अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने 24 दिन बाद सुलझा ली है. 6 जुलाई को पिपलिया जाहिरपीर गांव के पास एक फार्महाउस के सामने एक कार में ठेकेदार कपिल शर्मा का शव मिला था, जिसका गला कटा हुआ था. मामले में SIT गठित कर जांच शुरू की गई, लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिला. जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य और मुखबिर की सूचना के आधार पर दो आरोपियों दीपक साहू और उसके जीजा पप्पू शर्मा को गिरफ्तार किया है.
पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. मुख्य आरोपी दीपक साहू पिछले पांच साल से कपिल शर्मा के गोदाम में मजदूरी कर रहा था. वह तनख्वाह बढ़ाने की मांग कर रहा था लेकिन कपिल ने उल्टे उससे गालीगलौज और मारपीट कर दी. इसी बात से नाराज होकर दीपक ने अपने जीजा पप्पू के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची. दोनों ने वेबसीरीज देखकर वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई.
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इसके बाद 3 जुलाई को कपिल शर्मा ने दीपक को फोन कर मिलने बुलाया. दोनों आरोपी कपिल की कार में सवार हुए और रास्ते में शराब पीने लगे. मौका देखकर पप्पू ने पीछे से रस्सी से गला कस दिया और दीपक ने स्टील कटर से कपिल का गला रेत दिया. हत्या के बाद आरोपी उसके पास से लैपटॉप, मोबाइल, प्रिंटर, गहने और ₹9 हजार नकद लेकर फरार हो गया.
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से हत्या में प्रयुक्त रस्सी, कटर और चोरी की गई सभी वस्तुएं बरामद कर ली हैं. मामले में SIT की सक्रियता और तकनीकी विश्लेषण की मदद से 24 दिन पुराने इस अंधे कत्ल का सनसनीखेज खुलासा हो पाया है. पुलिस का कहना है कि मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.