MP News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लोकायुक्त पुलिस ने गुरुवार तड़के पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन की प्रभारी असिस्टेंट इंजीनियर (संविदा) हेमा मीणा के भोपाल, रायसेन, विदिशा स्थित ठिकानों पर छापा मारा. इस दौरान शुरुआती दौर में इंजीनियर हेमा मीणा की करीब सात करोड़ की प्रॉपर्टी का पता चला है. अभी लोकायुक्त की कार्रवाई जारी है.
लोकायुक्त टीम का नेतृत्व कर रहे डीएसपी संजय शुक्ला ने बताया कि हेमा मीणा हाउसिंग कॉर्पोरेशन भोपाल में प्रभारी सहायक इंजीनियर (संविदा) के रूप में पदस्थ हैं. हेमा मीणा के खिलाफ साल 2020 में आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी. इसको लेकर जांच शुरू की गई और केस दर्ज किया गया.
विशेष पुलिस स्थापना भोपाल संभाग (लोकायुक्त) भोपाल ने जब इस मामले की जांच की तो पता चला कि हेमा मीणा ने अपने पिता के नाम पर भोपाल के ग्राम बिलखिरिया में 20 हजार वर्ग फीट भूमि खरीदी है, उस पर लगभग एक करोड़ रुपये लगाकर भवन निर्माण कराया. इसके अलावा भोपाल, रायसेन और विदिशा के विभिन्न गांवों में कृषि भूमि आदि खरीदी.
इंजीनियर की आय से 332 प्रतिशत अधिक है प्रॉपर्टी
इसके साथ ही हेमा मीणा ने हार्वेस्टर, धान बुवाई मशीन, ट्रैक्टर व अन्य कृषि उपकरण भी खरीदे. लोकायुक्त का कहना है कि हेमा मीणा का वर्तमान में मासिक वेतन लगभग 30 हजार रुपये है. हेमा मीणा ने जो संपत्तियां खरीदी हैं, वह वैध आय से 332 प्रतिशत अधिक है. इसको लेकर हेमा मीणा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया.
30 लाख का टीवी, 70 गायें, ट्रक, टैंकर और Thar... फार्म हाउस में स्पेशल रूम

लोकायुक्त को इंजीनियर के पास से सात करोड़ की प्रॉपर्टी मिली है. इसमें जमीन, गाड़ियां, आलीशान बंगला, फॉर्म हाउस, लाखों के कृषि उपकरण, कई विदेशी डॉग्स और डेयरी मिली है. फार्म हाउस पर कई विदेश नस्ल के डॉग मिले हैं. लगभग 60 से 70 अलग-अलग ब्रीड की गायें भी मौजूद हैं.
इसके अलावा सीसीटीवी मॉनिटर, अलमारी, ऑफिस टेबल, रिवॉल्विंग चेयर के साथ एक 30 लाख कीमत का 98 इंच का टीवी भी मिला है. वहीं फार्म हाउस में एक स्पेशल रूम बनाया गया था, जिसमें महंगी शराब, सिगरेट जैसी चीजें मौजूद थीं. इंजीनियर को महंगी गाड़ियों का भी शौक है, इनमें 2 ट्रक, 1 टैंकर व महिंद्रा थार समेत 10 गाड़ियां मिली हैं.

इंजीनियर ने टीम को बताया- कहां से आई इतनी संपत्ति
जब लोकायुक्त टीम ने रेड मारी तो 30 हजार रुपये महीने की नौकरी करने वाली इंजीनियर की संपत्तियां और उसकी आलीशान लाइफस्टाइल देखकर अधिकारियों का माथा चकरा गया. वहीं संविदा पर असिस्टेंट इंजीनियर के रूप में नौकरी करने वाली हेमा मीणा का कहना है कि यह संपत्तियां उनको पिता और भाई ने खरीदकर दान में दी हैं.
लोकायुक्त की टीम सभी पहलुओं पर चर्चा कर रही है. जरूरत पड़ने पर हेमा के सरपरस्त बताए जाने वाले विभाग के अन्य अधिकारियों से भी पूछताछ कर सकती है. लोकायुक्त टीम को लीड कर रहे DSP संतोष शुक्ला का कहना है कि हेमा मीणा की वैध आय को जब एनालाइज किया गया तो इनकी संपत्तियां आय से 332 प्रतिशत ज्यादा पाई गईं.
कार्रवाई पूरी होने के बाद होगा कुल संपत्ति का आकलन
इस मामले में विशेष न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम भोपाल से सर्च वारंट प्राप्त कर लोकायुक्त टीम ने बिलखिरिया स्थित आवास सहित तीन स्थानों पर कार्रवाई शुरू की, जो अभी जारी है. अभी तक लगभग 5 से 7 करोड़ की संपत्ति का पता चला है. कार्रवाई पूरी होने के बाद कुल संपत्ति का आकलन किया जाएगा.