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MP में जापानी बुखार ने फिर दी दस्तक... डिंडोरी में 6 साल के बच्चे की मौत, ICMR ने की पुष्टि

डॉक्टरों के अनुसार, अगर इस जापानी इंसेफेलाइटिस बीमारी का समय पर इलाज नहीं किया गया, तो इससे मस्तिष्क में सूजन, कोमा और यहां तक कि लकवा भी हो सकता है.

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जापानी इंसेफेलाइटिस से बच्चे की मौत.(Photo: Representational)
जापानी इंसेफेलाइटिस से बच्चे की मौत.(Photo: Representational)

मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल डिंडोरी जिले में 6 साल के बच्चे की जापानी इंसेफेलाइटिस से मौत हो गई. जापानी इंसेफेलाइटिस एक गंभीर वायरल जूनोटिक बीमारी है जिससे थकान, सिरदर्द, बुखार और उल्टी होती है.

डिंडोरी जिले की प्रभारी मलेरिया अधिकारी जयश्री मरावी ने बताया, "भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) की रिपोर्ट में पाया गया है कि बच्चे की मौत 6 अगस्त को जापानी इंसेफेलाइटिस के कारण हुई थी. मृतक अजय गौतम डिंडोरी जिले के अमरपुर ब्लॉक के बहेरा गांव का निवासी था.

मरावी ने बताया कि मलेरिया विभाग और अमरपुर के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर एसएस मरकाम की एक टीम ने गांव में अस्वास्थ्यकर स्थिति देखी और दवा का छिड़काव करने का फैसला किया।

अजय के परिवार वालों ने बताया कि पिछले महीने वह अपनी बहन के साथ खेलते समय गिर गया था. इसके बाद उसके पैर में सूजन आ गई और उसे तेज बुखार हो गया. शुरुआत में उसका इलाज डिंडोरी के एक अस्पताल में हुआ; हालांकि, जब उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ, तो उसे जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर करने से पहले जिला अधिकारी के पास ले जाया गया.

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अजय के पिता संतोष ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि उनकी बेटी मधु का बुखार के लिए जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. अधिकारियों ने बताया कि मधु में जापानी इंसेफेलाइटिस संक्रमण के कोई लक्षण नहीं दिखे.
 
डॉक्टरों के अनुसार, अगर इस बीमारी का समय पर इलाज नहीं किया गया, तो इससे मस्तिष्क में सूजन, कोमा और यहां तक कि लकवा भी हो सकता है. दावा है कि प्रदेश में इससे पहले साल 2019 में इस बीमारी से मृत्यु का मामला दर्ज हुआ था. 

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