आज तक के साहित्य सम्मेलन में तीन प्रसिद्ध लेखकों - डॉ. अनुराग आर्य, डॉ. आकृति विज्ञा और पल्लवी गर्ग ने अपने लेखन के अनुभव साझा किए. डॉ. अनुराग आर्य ने हॉस्टल के दिनों की यादें ताजा कीं, जबकि डॉ. आकृति विज्ञा ने प्रेम को लेखन का मूल बताया. पल्लवी गर्ग ने अपनी भावुक कविता 'काला गुलाब' सुनाई जो अमृता प्रीतम को समर्पित थी.