लोक से जुड़ा है जीवन और जीवन से जुड़ा है संगीत और साहित्य और किसी भी काल का लोक संगीत और लोक साहित्य का कोई मुकाबला नहीं होता है. साहित्य आज तक के मंच पर डॉ उषाकिरण खान और लीलाधर जगुड़ी ने 'लोक संगीत और साहित्य' विषय पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि किस तरह से लोक गीत की लोकप्रियता कम हो रही है और लोक का असल मतलब क्या है.