लखनऊ के नवाब आसफुद्दौला की उदारता और एक खानसामे की कहानी. ₹500 महीने पर सिर्फ उड़द की दाल पकाने वाले बावर्ची की दो शर्तें. नवाब की देरी से नाराज होकर दाल सूखे पेड़ की जड़ में उलटना. बाद में वो पेड़ हरा हो गया. अवधी व्यंजनों की ब्रांडिंग और लखनऊ की आहिस्ता मिजाजी का जिक्र. शरार द्वारा लिखित 'गुजिश्ता लखनऊ' से ली गई यह रोचक कहानी अवध की संस्कृति और परंपराओं को दर्शाती है.