साहित्य, गीत-संगीत और कला- अभिनय आदि की विधा के पुरोधाओं से मिलने की इच्छा हिलोरें मारती है तो साहित्य आजतक आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है. यहां आप अपने पसंदीदा साहित्यकारों से रूबरू हो सकते हैं. अभिनेताओं को सामने देख उनकी बाते, उनकी आपबीती सुन सकते हैं और अपने पसंदीदा सिंगर्स को लाइव सुन सकते हैं.
तो देर किस बात की है, कैलेंडर में मार्क कर लीजिए और नवंबर की 21, 21 और 23 तारीख को राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में पहुंच जाइए. यही वो जगह है जो कई दिग्गजों से गुलजार होने वाली है. भारत के सबसे तेज और सबसे बड़े हिंदी न्यूज चैनल 'आज तक' की ओर से हर साल सजने वाला यह महाकुंभ एक बार फिर सजने को तैयार है.
इरशाद कामिल करेंगे शिरकत
साहित्य के इस महाकुंभ 'साहित्य आज तक' के दौरान इन तीन दिनों में देश-दुनिया में मशहूर कवि, लेखक, कलाकार, संगीतकार, नाटककार, अभिनेता, रंगकर्मी, चिंतक और विचारक एक जगह, एक साथ इकट्ठा होंगे. इस मौके पर आप रूबरू होंगे कवि और गीतकार इरशाद कामिल. इरशाद कामिल के नाम से कौन परिचित नहीं है भला... बॉलीवुड के कितने ही फेमस और दिल में उतर जाने वाले गाने इरशाद कामिल की ही देन हैं.
इस सेशन में होगी खास बातचीत
पी लूं, सौदेबाजी, आओगे जब तुम ओ साजना, मैंनू विदा करो, नगाड़ा-नगाड़ा बजा, मौजा ही मौजा, सजदे किए हैं लाखों... ऐसे कितने ही सुरीले गीत हैं जो कामिल साहब की कलम से निकले हैं.
सैयारा तू तो बदला नहीं है है... इस खास सेशन में दोपहर 2:45 से 3:30 बजे तक इरशाद कामिल आपसे रूबरू होंगे.
इसके अलावा साहित्य आजतक में इमरान प्रतापगढ़ी (शायर और राज्यसभा सदस्य), स्मृति इरानी (एक्टर, लेखक और राजनेता), नेहा कक्कड़, विशाल मिश्रा, चेतन भगत आदि भी मंच पर शिरकत करने आ रहे हैं, जिनसे आप रूबरू होंगे.
पीयूष मिश्रा से भी होगी खासबातचीत
सत्र के पहले दिन एक खास सेशल में आपसे मुलाकात करेंगे एक्टर पीयूष मिश्रा, जिन्होंने अपनी जानदार एक्टिंग से कई बार दर्शकों का दिल जीता है. बता दें कि पीयूष मिश्रा पहले भी साहित्य आजतक की शान बन चुके हैं और उन्होंने अपने बैंड 'बल्लीमारान' की लाइव प्रस्तुति भी दी थी, जिसने दर्शकों को स्पीचलेस कर दिया था. पीयूष मिश्रा हरदिल अजीज अभिनेता हैं और अपनी बेबाकी के लिए भी जाने जाते हैं. साहित्य आजतक में पहले दिन पहले स्टेज पर उनका विशेष शो होगा. शाम 4:30 बजे से 5:15 तक आप उन्हें लाइव सुन सकेंगे. जिसका नाम है, 'तुम्हारी औकात क्या है पीयूष मिश्रा'
उनके सेशन का ये नाम भी दरअसल पीयूष मिश्रा की लिखी आत्मकथा 'तुम्हारी औकात क्या है पीयूष मिश्रा' से लिया गया है. इस आत्मकथा में उनके कथ्य, कविताएं, कुछ बातें, जीवन आदि सब कुछ है. सेशन में इन पर भी बातें होंगी और उनके जीवन से जुड़े कई खास पहलुओं पर भी.
साहित्य के महाकुंभ 'साहित्य आज तक' में अभी रजिस्टर करें.
तारीख: 21, 22 और 23 नवंबर, 2025
आयोजन स्थल: मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम,नई दिल्ली
रजिस्ट्रेशन के लिए वेबसाइट: aajtak.in/sahitya