e साहित्य आजतक के तीसरे दिन मंच पर नेता, अभिनेता, गायक और भोजपुरी सुपरस्टार मनोज तिवारी ने शिरकत की. इस सेशन को एंकर श्वेता सिंह ने मॉडरेट किया. मनोज तिवारी ने इस सेशन में सबसे पहले बताया कि वे साहित्य से जुड़ कर मनोज तिवारी मृदुल कैसे हो जाते हैं और राजनीति में सिर्फ मनोज तिवारी नाम का इस्तेमाल क्यों करते हैं?
इस पर बात करते हुए मनोज ने कहा कि मैंने 1996 में गाना गाना शुरु किया था तो उस समय मेरा निकनेम मृदुल रखा गया था तो मैंने जितने भी गाने गाए हैं वो उसी नाम से गाया है. हालांकि मैं इस नाम को राजनीति में नहीं जोड़ता हूं लेकिन मृदुल बनने की कोशिश जरूर कर रहा हूं.
क्रिकेट मेरे लिए अब सिर्फ फिटनेस का माध्यम रह गया है: मनोज तिवारी
मनोज तिवारी से ये भी पूछा गया कि आपका लॉकडाउन कैसा बीता ? उन्होंने कहा कि लॉकडाउन बहुत भागदौड़ में बीता है क्योंकि कोरोना वायरस के चलते लोगों की दिक्कतों का समाधान भी करना था. हमारे पार्टी के सीनियर लीडर्स ने कहा था कि जरुरतमंदो की सेवा करो तो काफी समय लोगों की मदद करने में बीतता था. दिन में चार-पांच घंटे सेवा करने के बाद शाम को हम काफी दौड़ते थे. शाम को बैडमिंटन खेलते थे. क्रिकेट की काफी प्रैक्टिस भी की.