12 अप्रैल 2025 को इस साल पूरे देश में हनुमान जयंती का त्योहार मनाया जाएगा. हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हर साल हनुमान जयंती मनाई जाती है. इस दिन बजरंगबली हनुमान जी की पूजा अर्चना की जाती है और लोग हनुमान जी के मंदिरों के दर्शन करते हैं. हनुमान जयंती के इस मौके पर हम आपको बजरंग बली के कुछ ऐसे मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां आप जाकर दर्शन कर सकते हैं.
उलटे हनुमान मंदिर, इंदौर- भारत की धार्मिक नगरी उज्जैन से केवल 30 किमी दूर स्थित है यह धार्मिक स्थल जहां भगवान हनुमान जी की उल्टे रूप में पूजा की जाती है. मंदिर में भगवान हनुमान की उलटे मुख वाली सिंदूर से सजी मूर्ति विराजमान है. सांवेर का हनुमान मंदिर हनुमान भक्तों का महत्वपूर्ण स्थान है यहां आकर भक्त भगवान के अटूट भक्ति में लीन होकर सभी चिंताओं से मुक्त हो जाते हैं.
हनुमान धारा, चित्रकूट- उत्तर प्रदेश के सीतापुर नामक स्थान के समीप यह हनुमान मंदिर स्थित है और सीतापुर से हनुमान धारा की दूरी तीन किलोमीटर है. पहाड़ के के सहारे हनुमानजी की एक विशाल मूर्ति के ठीक सिर के पास दो जल के कुंड हैं, जो हमेशा जल से भरे रहते हैं और उनमें से निरंतर पानी बहता रहता है.
हनुमान मंदिर, इलाहबाद, उत्तर प्रदेश- इलाहाबाद किले से सटे हुए इस प्राचीन मंदिर में लेटे हुए हनुमान जी की प्रतिमा है. यह सम्पूर्ण भारत का एकमात्र मंदिर है जिसमें हनुमान जी की लेटी हुई मुद्रा में 20 फीट लम्बी प्रतिमा है.
मेहंदीपुर बालाजी, राजस्थान- राजस्थान के दौसा जिले के पास दो पहाडिय़ों के बीच बसा हुआ मेहंदीपुर नामक स्थान है. यह मंदिर जयपुर-बांदीकुई-बस मार्ग पर जयपुर जयपुर से लगभग 65 किलोमीटर दूर है.
सालासर बालाजी हनुमान मंदिर, सालासर, राजस्थान- हनुमानजी का यह मंदिर राजस्थान के चुरू जिले में है. गांव का नाम सालासर है, इसलिए सालासर वाले बालाजी के नाम यह मंदिर प्रसिद्ध है. हनुमान जी की यह प्रतिमा दाढ़ी व मूंछ से सुशोभित है.