एक अनोखे सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है कि एक बैंक लुटेरा एक ईमानदार व्यक्ति की तुलना में कहीं ‘कम’ कमाई कर पाता है.
ससेक्स और सरे विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अपनी तरह के इस अभूतपूर्व सर्वेक्षण में ब्रिटेन में बैंक लुटेरों की कमाई का विश्लेषण किया.
विशेषज्ञों का दावा है कि आम लुटेरा औसतन 12,706 पाउंड लूटकर भागता है, जो किसी ईमानदार कर्मचारी को औसतन छह महीने में मिलने वाले वेतन से कम ही होता है. हालांकि टीवी में दिखाया जाता है कि लुटेरे नोटों से भरे बैग लेकर भाग रहे होते हैं, जबकि असलियत में वह तीन बैंको में से एक से खाली हाथ ही लौटते हैं.
डेली मेल की एक रिपोर्ट के अनुसार लुटेरों को पुलिस द्वारा उच्च तकनीकी उपकरणों द्वारा पकड़े जाने का खतरा रहता है. साथ ही साथ पकड़े जाने पर अदालत द्वारा लम्बी जेल की सजा भी दी जाती हैं. तथ्यों के अनुसार अगर कोई लुटेरा अपनी माली हालत सुधारने के लिये लगातार कई बैंक लूटता है, तो औसतन चौथी लूट के बाद वह पकड़ा जाता है और जेल में डाल दिया जाता है.
शोधकर्ताओं ने ब्रिटिश बैंकर्स एसोसिएशन से कई विचित्र डाटा जुटाये कि अब तक कितनी लूट हुई और कितने में हथियारों का इस्तेमाल हुआ. अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि ब्रिटेन में डकैतियों मे औसतन 20,331 पाउंड लूटे गए और लुटेरों की संख्या के हिसाब से हर सदस्य को 12,706 पाउंड मिले हैं.
सर्वेक्षण के अनुसार हथियारों के साथ लूट को अंजाम देने वाले लुटेरे ज्यादा माल बटोरते हैं, जितना बड़ा गिरोह होता है लूट का माल भी उतना ही ज्यादा होता है. अतिरिक्त सदस्य के आने पर लूट की कुल रकम औसतन 9,033 पाउंड बढ़ जाती है, किन्तु हर लुटेरे को मिलने वाला हिस्सा घट जाता है.
शोधकर्ताओं ने सुरक्षा मापदण्डों जैसे अलार्म से लेकर स्टाफ तक के काम करने के तरीकों को भी परखा. सुरक्षा की दृष्टि से लगाई गई स्क्रीन के कारण लूट की घटनाओं में एक-तिहाई तक कमी आई, लेकिन अत्यधिक महंगे होने के कारण ब्रिटेन के 10 में से एक ही बैंक में यह स्क्रीन लगी हुई थी.
सरे विश्वविद्यालय के प्रोफेसर नील रिकमैन ने कहा कि यह शोध दर्शाता है कि बैंक लूटना कोई फायदे का सौदा नहीं है. उन्होंने कहा कि यह अध्ययन लूटपाट जैसे काम को अंजाम देने वालों की सामाजिक स्थिति पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों और इस तरह के जोखिमपूर्ण काम करने के दौरान लगने वाली चोटों के बारे में नहीं बताता.
उन्होंने कहा कि अपराध करने में फायदा है या नहीं इस सवाल का जवाब आपके इस विचार पर निर्भर करता है कि 20,331 पाउंड की रकम के लिए इतना जोखिम उठाया जा सकता है या नहीं. वैसे उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि यह अपराधियों के उस समूह के लिए फायदे का सौदा है जो अपने काम को अंजाम देने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और बड़े पेशेवराना अंदाज में अपने काम को अंजाम देते हैं.’