मधुमेह रोगी जल्द ही खुद के लिए इंसुलिन बना सकेंगे. वैज्ञानिकों का दावा है कि उन्होंने कम से कम पुरूषों में मधुमेह के निदान का रास्ता खोज निकाला है.
जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय मेडिकल सेंटर की एक टीम ने मधुमेह से खराब हुई कोशिकाओं की जगह पर वृषण के उत्तक के बेहद छोटे छोटे टुकड़ों का इस्तेमाल किया.
चूहों पर किए गए प्रयोगों में प्रयोगशाला में तैयार की गयी अग्नयाशय कोशिकाओं ने भी पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन तैयार कर लिया जो कि मधुमेह पीड़ित चूहों के रक्त में शर्करा की मात्रा पर नियंत्रण रख सकते हैं.
हालांकि यह काम अभी अपने शुरूआती चरण में है लेकिन अमेरिकी वैज्ञानिकों को विश्वास है कि अगले पांच साल में इससे पुरूषों और लड़कों में मधुमेह का इलाज हो सकेगा.