scorecardresearch
 
Advertisement
लाइफस्टाइल

जानिए बाजार में कब तक आएगी भारत में बन रही कोरोना की वैक्सीन

जानिए बाजार में कब तक आएगी भारत में बन रही कोरोना की वैक्सीन
  • 1/9
दुनिया भर में कोरोना वायरस की खोज के बीच भारत से भी एक अच्छी खबर आ चुकी है. कोविड-19 की पहली देसी वैक्सीन तैयार कर ली गई है जिसे भारत बायोटेक ने बनाया है. जल्द ही इस वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू हो जाएगा. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर ये वैक्सीन बाजार में कब तक आ जाएगी. इसके लिए लैब से मार्केट तक वैक्सीन आने की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानना जरूरी है.
जानिए बाजार में कब तक आएगी भारत में बन रही कोरोना की वैक्सीन
  • 2/9
आमतौर पर लैब से लोगों तक एक दवा पहुंचने में 12 और वैक्सीन को 8-10 साल लगते हैं. इसमें पहले चरण का ट्रायल 1000-3000 मरीजों पर किया जाता है जिसमें 2 साल लगते हैं. दूसरे चरण का ट्रायल भी 1000-3000 लोगों पर किया जाता है और इसमें भी 2 साल तक का समय लगता है. वहीं तीसरे चरण का ट्रायल 15,000 से 30,000 लोगों पर किया जाता है और इसमें 3-5 साल लगते हैं.
जानिए बाजार में कब तक आएगी भारत में बन रही कोरोना की वैक्सीन
  • 3/9
फिर नियामक संस्था द्वारा इसकी जांच की जाती है जिसमें कभी-कभी वो वैक्सीन या दवा का सर्वेक्षण और अधिक लोगों पर करने के लिए कहते हैं. लेकिन अगर किसी वैक्सीन का ट्रायल जल्दी करना है तो इसमें पहले चरण का परीक्षण सुरक्षा अध्ययनों पर किया जाता है और इसे 50 से 500 लोगों पर किया जा सकता है. इसमें 4 महीने का समय लग सकता है.
Advertisement
जानिए बाजार में कब तक आएगी भारत में बन रही कोरोना की वैक्सीन
  • 4/9
दूसरे चरण का ट्रायल वैक्सीन की डोज के लिए किया जाता है. ये चरण 500 से 1000 लोगों पर किया जाता है और इसमें 4 महीने का समय लगता है. इस वैक्सीन का ट्रायल जल्दी करने के लिए पहले और दूसरे चरण का ट्रायल अब एक साथ किया जाएगा.

जानिए बाजार में कब तक आएगी भारत में बन रही कोरोना की वैक्सीन
  • 5/9
तीसरे चरण का ट्रायल विभिन्न आनुवांशिक प्रकारों पर वैक्सीन का प्रभाव देखने के लिए किया जाता है. ये ट्रायल बीमारी की व्यापकता और सरकार की वैज्ञानिक सलाहकार समिति की सिफारिश पर निर्भर करता है और इसे 1000 से 50,000 लोगों के बीच कहीं भी किया जा सकता है. इसमें लगने वाला समय वैक्सीन की डोज पर निर्भर करता है लेकिन आमतौर पर इसमें 4 महीने से लेकर 2 साल तक का समय लग सकता है.
जानिए बाजार में कब तक आएगी भारत में बन रही कोरोना की वैक्सीन
  • 6/9
कोरोना वायरस वैक्सीन के मामले में नियामक संस्थाएं पहले और दूसरे ट्रायल को जोड़कर त्वरित परीक्षण की अनुमति दे रही हैं. तीसरा चरण पहले के दो चरणों के निगेटिव रिजल्ट पर निर्भर करता है. कम निगेटिव परिणाम मतलब तीसरे चरण में कम लोग ही जाएंगे और ज्यादा निगेटिव का मतलब ज्यादा लोगों को इलाज की जरूरत होगी.

जानिए बाजार में कब तक आएगी भारत में बन रही कोरोना की वैक्सीन
  • 7/9
इसके बाद जांच और सत्यापन के लिए इन ट्रायल्स के परिणाम नियामक संस्था को भेजे जाते हैं जिसमें 6 महीने तक का समय लगता है. त्वरित परीक्षण वाले वैक्सीन में भी इतना ही समय लगता है.

जानिए बाजार में कब तक आएगी भारत में बन रही कोरोना की वैक्सीन
  • 8/9
भारत बायोटेक ने अपनी वैक्सीन की कोई समसयसीमा तय नहीं की है. अगर सब ठीक जाता है और ये वैक्सीन ट्रायल के किसी भी चरण में विफल नहीं होती है तो COVAXIN बाजार में 2021 के अंत तक आ सकती है.

जानिए बाजार में कब तक आएगी भारत में बन रही कोरोना की वैक्सीन
  • 9/9
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, इस समय 150 वैक्सीन अपने विभिन्न चरण के ट्रायल में हैं लेकिन इसमें से लगभग 10 वैक्सीन ही अभी एडवांस स्टेज पर पहुंच सकी हैं.

Advertisement
Advertisement
Advertisement