पहला, आप पीड़ित व्यक्ति के कितना नजदीक जाते हैं. दूसरा, क्या पीड़ित व्यक्ति के खांसते या छींकते वक्त उसके ड्रॉपलेट्स आप पर गिरे हैं. तीसरा, आप अपने चेहरे पर हाथ लगा रहे हैं. चौथा, आप खुद कितने स्वस्थ हैं या आपकी उम्र कितनी है, क्योंकि उम्रदराज लोगों का इम्यून सिस्टम दुरुस्त न होने की वजह से ये उन्हें जल्दी शिकार बनाता है.