ग्लूटाथियोन भले ही विटामिन सी या कैल्शियम की तरह कॉमन नाम न हो, लेकिन यह आपके शरीर में नेचुरल रूप से बनने वाला एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट में से एक है. अक्सर "मास्टर एंटीऑक्सीडेंट" के नाम से जाना जाने वाला ग्लूटाथियोन सेलुलर रिपेयर, डिटॉक्सीफाई, इम्यूनिटी और स्किन हेल्थ के लिए फायदेमंद माना जाता है.
यह आपकी कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है,लिवर के काम को सपोर्ट करता है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है. हमारा शरीर अपने आप ग्लूटाथियोन का उत्पादन कर सकता है लेकिन खराब डाइट, स्ट्रेस, पॉल्यूशन, शराब और उम्र बढ़ने से ग्लूटाथियोन के लेवल में कमी आ सकती है. हम आपको ग्लूटाथियोन के कुछ सोर्स के बारे में बताने जा रहे हैं.
पालक- पालक में ग्लूटाथियोन की भरपूर मात्रा पाई जाती है. कच्चे पालक में एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा के साथ ही, विटामिन सी, ई और बीटा कैरोटीन मौजूद होता है. इसे खाने से शरीर में फ्री रेडिकल्स के खतरे को कम किया जा सकता है.
एवोकाडो- एवोकाडो हेल्दी फैट, फाइबर और ग्लूटाथियोन से भरपूर होता है. एवोकाडो उन कुछ फलों में से एक है जिसमें इस एंटीऑक्सीडेंट की एक भरपूर मात्रा होती है, जो आपके लिवर को विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और स्किन की चमक को बनाए रखने में मदद करता है.
ब्रोकली- ब्रोकली को अपने डिटॉक्सीफाई करने वाले गुणों के लिए जाना जाता है. ब्रोकली न केवल ग्लूटाथियोन से भरपूर है, बल्कि इसमें सल्फोराफेन भी होता है, एक कंपाउंड जो आपके शरीर में ग्लूटाथियोन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है.
लहसुन- यह भले ही साइज में छोटे होते हैं लेकिन इसे शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स के लेवल को बढ़ाने वाला पावर हाउस कहा जाता है. लहसुन में ग्लूटाथियोन नहीं होता है लेकिन इसमें सल्फर कंपाउंड पाया जाता है जिसकी मदद से शरीर में ग्लूटाथियोन का उत्पादन होता है.
शतावरी- शतावरी ग्लूटाथियोन का सबसे नेचुरल सोर्स माना जाता है. इसमें विटामिन A, C, E और K के साथ ही फाइबर और फोलेट की भरपूर मात्रा पाई जाती है. इसे खाने से आपकी बॉडी डिटॉक्सिफाई होती है और सेलुलर रिपेयर को भी बढ़ावा मिलता है.