जब भी किसी की तबियत खराब होती है या फिर शरीर में अंदर से कुछ गड़बड़ होती है तो शरीर कुछ संकेत देता है. ऐसे में उन संकेतों को समझना जरूरी है ताकि आप उन्हें समझकर पहले से ही सही इलाज करा सकें. उदाहरण के लिए अगर किसी को बुखार आना होता है तो ठंड लगने लगती है, सर्दी-जुकाम-सिरदर्द होने लगता है, आदि. अब इन संकेतों में कुछ ऐसे भी होते हैं जिन्हें आप सामान्य समझकर अनदेखा कर देते हैं लेकिन ऐसा करना गंभीर खतरा पैदा कर सकता है. आज हम यहां 5 अहम संकेत बता रहे हैं जिन्हें इग्नोर नहीं करना चाहिए.
मस्सों का कलर या आकार बदलना: त्वचा कैंसर
एक्सपर्ट का कहना है कि शरीर में तिल आम बात है लेकिन अगर इसका लगातार साइज और कलर बदल रहा है तो यह त्वचा कैंसर का संकेत हो सकता है जिसे मेलेनोमा कहा जाता है. हमेशा शरीर में दिखने वाले तिल और मस्सों पर नजर रखें और अगर इनमें खुजली हो, सूजन हो, घाव हो, आकार या कलर में बदलाव हो, खून निकलना शुरू हो जाए या पपड़ीदार दिखने लगे तो तुरंत डॉक्टर से मिलें.
असामान्य आंखें: हाई कोलेस्ट्रॉल
आंखों से किसी की भी हेल्थ का पता लगाया जा सकता है इसलिए डॉक्टर अक्सर आंखें भी चैक करते रहैं. अगर आपकी आंखों में सफेद छल्ले या धब्बे कॉर्नियल आर्कस का संकेत होते हैं जो फैट जमाव के कारण होता है. यह बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल का लक्षण हो सकता है, जिसका इलाज न किए जाने पर स्ट्रोक या दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ सकता है. अगर आपकी कम दिखाई देता है तो यह डायबिटीज का संकेत भी हो सकता है.
सफेद जीभ: सीलिएक डिसीज
अपनी जीभ बाहर निकालें और उसका कलर देखें. अगर वह गुलाबी है तो ठीक लेकिन अघर आपकी जुबान का कलर सफेद या पीला है तो वह सीलिएक डिसीज का संकेत हो सकता है. यह एक ऑटोइम्यून स्थिति है जिसमें शरीर ग्लूटेन को डाइजेस्ट नहीं कर सकता और ऐसे में आपको ग्लूटेन फ्री चीजें खानी होती हैं. साथ ही साथ यह पोषक तत्वों को अवशोषित करने से रोकता है इसलिए इस डिसीज का संकेत सबसे पहले आपकी जीभ पर दिखाई देता है.
सूजे हुए पैर: किडनी की समस्या
यदि आपके हाथ और पैर सूजे हुए हैं, त्वचा में खुजली होती है, आपको सोने में परेशानी होती है और थकान का अनुभव होता है तो आपको किडनी संबंधित कोई बीमारी हो सकती है. दरअसल, किडनी जब सही से काम नहीं करती है को शरीर में सोडियम या नमक रिटेंशन (जमा होना) हो सकता है जिसके कारण हाथों, पैरों और टखनों में सूजन आ सकती है. शरीर में सोडियम-पानी के अनुपात को बैलेंस रखने के लिए एक्स्ट्रा लिक्विट पदार्थ होता है जिस कारण ऐसा होता है.
नाखून की लकीरें: थायराइड संबंधी समस्याएं
अगर आपको नाखूनों में सफेद लाइनें हैं तो यह थाय्राइड संबंधी समस्याएं समस्याओं का कारण हो सकता है. कई बार ये रेखाएं कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन ए के कम लेवल का भी चेतावनी संकेत हो सकता है.