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इन कारणों से होती है हाथ-पैरों में झनझनाहट, इग्नोर करने की ना करें गलती

हर सभी को कई बार पैरों में झनझनाहट का सामना करना पड़ता है. आमतौर पर यह समस्या अपने आप ही ठीक हो जाती है लेकिन कई मामलों में यह समस्या किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती हैं. ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी वजह से आपको हाथ-पैरों में झनझनाहट का सामना करना पड़ सकता है.

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Photo Credit: Getty Images
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स्टोरी हाइलाइट्स
  • लोगों को पैरों में झनझनाहट के साथ ही दर्द और कमजोरी का सामना भी करना पड़ता है
  • नसों पर दबाव पड़ने से होती है य समस्या

कई बार एक ही पोजीशन में लंबे समय तक बैठे रहने से पैर सुन्न हो जाता है. डेस्क जॉब करने वाले लोगों को अक्सर इस समस्या का सामना करना पड़ता है. पैरों में झनझनाहट होने पर ऐसा महसूस होता है जैसे कोई आपके पैर में पिन या सुई चुभो रहा हो. कई बार लोगों को पैरों में झनझनाहट के साथ ही दर्द और कमजोरी का सामना भी करना पड़ता है. 

पैरों में झनझनाहट होने का कारण कई बार लंबे समय तक एक ही पोजीशन में काफी देर तक बैठे रहना भी हो सकता है,  क्योंकि इससे नसों पर प्रेशर पड़ता है. पोजीशन चेंज करने से यह समस्या ठीक हो जाती हैं. लेकिन बहुत से लोगों को इस समस्या का काफी ज्यादा सामना करना पड़ता है जो किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है. ऐसे में आइए जानते हैं पैरों में झनझनाहट होने का क्या कारण होता है और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है. 

पैर की नसों पर दबाव पड़ना- एक ही जगह पर लंबे समय तक बैठे रहने के कारण पैरों की नसों पर दबाव पड़ता है और वह सुन्न हो जाती हैं, जिस कारण पैरों में झनझनाहट होने लगती है. बहुत से मामलों में ऐसा तब होता है जब आप लंबे समय तक पैर मोड़कर बैठते हैं. इससे पैर की नसों पर दबाव पड़ता है.

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कैसे करें ठीक- पोजीशन चेंज करके इस समस्या को ठीक किया जा सकता है. जैसे ही नसों पर पड़ने वाला दबाव कम होता है, यह झनझनाहट अपने आप ही ठीक हो जाती है. 

डायबिटीज- पैरों में झनझनाहट होने का एक मुख्य कारण डायबिटीज की बीमारी है. हाथ-पैरों में झनझनाहट होना डायबिटीज का शुरूआती लक्षण माना जाता है. यह झनझनाहट पैरों के तलवों से शुरू होकर धीरे-धीरे पूरे पैर में होने लगती है. बहुत से मामलों में, पैरों में झनझनाहट होना डायबिटीज का शुरुआती लक्षण होता है. इससे व्यक्ति को हाथ-पैर सुन्न पड़ना, झनझनाहट और जलन की समस्या का सामना करना पड़ता है. डायबिटीज के 70 फीसदी मरीजों में यह समस्या दिखती है. डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर लेवल बहुत अधिक हाई होने और बहुत लो होने के कारण पैरों की नसें डैमेज हो जाती हैं जिस कारण वह सही तरीके से काम नहीं कर पाती. 

कैसे करें ठीक- इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए जरूरी है कि डायबिटीज के मरीजों के ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जाए. 

विटामिन बी12 की कमी होने पर - शरीर में विटामिन बी 12 की कमी होने पर हाथ-पैरों में झनझनाहट का सामना करना पड़ता है. यह समस्या 60 साल से अधिक उम्र के लोगों में काफी ज्यादा देखने को मिलती है. 

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ये भी हैं विटामिन बी12 की कमी के लक्षण-

- थकान
- मतली होना
- पाचन संबंधी समस्याएं आदि

कैसे करें ठीक - हाथ-पैरों में झनझनाहट की समस्या को ठीक करने के लिए जरूरी है कि आप शरीर में विटामिन बी 12 के लेवल को बढ़ाएं. शरीर में विटामिन डी 12 के लेवल को बढ़ाने के लिए आप सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं लेकिन इसके लिए पहले डॉक्टर की राय जरूर लें. इन चीजों को खाने से भी बढ़ता है शरीर में विटामिन बी12 का लेवल- 

- अंडे
- सैल्मन फिश
- चीज़
- दूध

प्रेग्नेंसी- प्रेग्नेंसी में गर्भाशय का आकार बढ़ने के कारण इससे पैरों की नसों पर दबाव पड़ता है, जिस कारण हाथ-पैरों में झनझनाहट महसूस होती है. अधिकतर मामलों में डिलीवरी के बाद यह समस्या ठीक हो जाती है लेकिन अगर आपको इस समस्या के कारण कमजोरी या सूजन का सामना करना पड़े तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं. यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है. 

प्रेग्नेंसी में कैसे करें इस समस्या को ठीक- 

- आराम करें
- पैरों को लटका कर ना रखें.
- थोड़ी-थोडी देर में पोजीशन चेंज करें.
- हाइड्रेटेड रहें. 

अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन- अगर आप लंबे समय तक शराब का अत्यधिक सेवन करते हैं तो इससे नसें डैमेज होने लगती हैं. महिलाएं अगर रोजाना में एक से ज्यादा और पुरूष दो से ज्यादा ड्रिंक का सेवन करते हैं तो इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है. शराब के सेवन से नसों के डैमेज होने के लक्षण धीरे-धीरे दिखने शुरू होते हैं. ये हैं कुछ लक्षण- 

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- हाथ-पैरों में कमजोरी
- पैर, पैर की उंगलियों, हाथों और उंगलियों में सेंसेशन कम होना
- चलते समय बैलेंस बिगड़ना

कैसे करें इसे ठीक- इस समस्या को ठीक करने के लिए जरूरी है कि आप शराब का सेवन कम से कम करें. 


 

 

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