सुबह-सुबह चाय के साथ बिस्किट खाना हर किसी को पसंद आता है. मार्केट में लोगों के टेस्ट के मुताबिक, अलग-अलग क्वालिटी, ब्रांड और टेस्ट के बिस्किट आते हैं. आजकल डाइजेस्टिव बिस्किट काफी फेमस हैं. कहा जाता है कि इसे खाने से शरीर का वजन नहीं बढ़ता और वह हेल्दी होता है. लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि वास्तव में ऐसा नहीं है. माना कि उसमें चीनी की मात्रा कुछ हद तक कम हो सकती है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह हेल्दी हैं.
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट संध्या गुगनानी के अनुसार, 'सामान्य बिस्किट्स की तुलना में, डाइजेस्टिव बिस्किट में कुछ ऐसे इंग्रेडिएंट मिले होते हैं जिनमें हाई फाइबर और प्रोटीन होता है. अगर उनका निश्चित मात्रा में सेवन किया जाए तो उन्हें हेल्दी विकल्प माना जा सकता है.'
मुद्दा यह है कि डाइजेस्टिव बिस्किट में चीनी, नमक, अनहेल्दी फैट और प्रोसेस्ड आटा प्रयोग में लाया जाता है जिसके कारण इनमें कैलोरी काफी अधिक हो जाती है. अब डाइजेस्टिव बिस्किट क्या हैं, कैसे बनते हैं, इन्हें खाना चाहिए या नहीं, इस बारे में जान लीजिए.
डाइजेस्टिव बिस्किट क्या हैं?
डाइजेस्टिव बिस्किट साबुत गेहूं का आटा, सोडियम बाइकार्बोनेट, अमोनियम बाइकार्बोनेट, मैलिक एसिड और टार्टरिक एसिड, वेजिटेबल ऑयल, मलाई निकाला हुआ दूध पाउडर, चीनी और बेकिंग सोडा से बनाया जाता है.
'डाइजेस्टिव' शब्द का क्या अर्थ है?
डाइजेस्टिव बिस्किट में "डाइजेस्टिव" शब्द इस धारणा से लिया गया है कि उनमें एंटासिड गुण (प्रोटियोलिटिक एंजाइम) होते हैं क्योंकि वे सोडियम बाइकार्बोनेट जैसे खमीरीकरण एजेंटों का उपयोग करके बनाए जाते हैं. एंटासिड गुण होने से अपच आदि से छुटकारा मिलता है और जल्दी डाइजेस्ट हो जाते हैं.
डाइजेस्टिव बिस्किट की न्यूट्रिशन वैल्यू
जानकारी के मुताबिक, 2 डाइजेस्टिव बिस्किट में लगभग 150 कैलोरी, 20 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 4.6 ग्राम फैट, 5 ग्राम चीनी, 2 ग्राम प्रोटीन, 1 ग्राम फाइबर और 160 मिलीग्राम सोडियम होता है. हालांकि, अलग-अलग ब्रैंड और बिस्किट के आकार के आधार पर न्यूट्रिशन वैल्यू बदल सकती है.
कम मात्रा में क्यों खाना चाहिए?
- डाइजेस्टिव बिस्किट में नमक होता है. चार डाइजेस्टिव बिस्किट में आलू के चिप्स के पैकेट के बराबर सोडियम हो सकता है.
- इनमें ब्लैंक कैलोरी और अनहेल्दी फैट होता है.
- इसके अलावा इनमें कोई विटामिन या मिनरल नहीं होते.
- डाइजेस्टिव बिस्किट को काफी प्रोसेस किया जाता है और उनकी शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए प्रिजर्वेटिव्स भी मिलाए जाते हैं.
- इनमें लगभग 10 प्रतिशत सेचुरेटेड फैट होता है जो अनहेल्दी होता है.
सही डाइजेस्टिव बिस्किट कैसे चुनें?
- बिस्किट की न्यूट्रिशन प्रोफाइल देखें
- सोडियम की मात्रा पर नजर रखें
डाइजेस्टिव बिस्किट खाएं या नहीं?
डाइजेस्टिव बिस्किट में प्रोसेस्ड आटा, चीनी, फैट, सोडियम और लेवनिंग एजेंट होते हैं. साथ ही साथ इनमें स्वाद बढ़ाने वाले कुछ कैमिकल होते हैं जिनके कारण वह आपको बिस्किट खाने का आदी बना सकते हैं. अगर आपको खाना ही है तो नॉर्मल बिस्किट की जगह डाइजेस्टिव बिस्किट खा सकते हैं. लेकिन इनके अधिक सेवन से बचें.
डाइजेस्टिव बिस्किट के विकल्प
- मुट्ठी भर ड्राईफ्रूट्स
- रागी वाले बिस्किट
- मिक्स्ड ड्राईफ्रूट्स
- मखाना
- भुना हुआ चना