
रमजानों में पुरानी दिल्ली की चमक ही अलग दिखती है. बाजारों में एकतरफ ईद की शॉपिंग करने वालों की भीड़ तो दूसरी ओर खानपान के शौकीनों का मजमा लगा रहता है. रमजान के पूरे महीने जामा मस्जिद के सामने दिल्ली 6 की गली भी जगमगाई दिखती है. मटिया महल रोड पर स्थित इस गली में ही वर्ल्ड फेमस करीम होटल है तो चिकन टिक्के के लिए मशहूर असलम चिकन रेस्टोरेंट भी है. करीम और असलम के टिक्के की बात आगे करेंगे, पहले आपको यहां खानपान में मिलने वाली कई खास चीजों के नाम गिनवा देते हैं. इन चीजों में शाही टुकड़े से लेकर पिस्ता, बादाम वाला शीरमाल तक शामिल है. शीरमाल जो एक रोटी की तरह बनाया जाता है और उस पर अलग-अलग फ्लेवर्स की कोटिंग की जाती है.
वहीं इस गली के कई होटलों पर मिलने वाली निहारी और सड़क पर खड़े सीक कबाब वालों का स्वाद भी किसी से कम नहीं है. गली में ज्यादातर खानपान की दुकानें ही हैं लेकिन उसके साथ-साथ कुछ कपड़ों के शोरूम और इत्र की दुकानें भी नजर आती हैं. यह गली हर टाइप के नॉन वेज पसंद करने वाले को अपने यहां के स्वाद में एडजस्ट करवा ही देती है. खासतौर पर अगर आप पहली बार गए हैं और वह भी रमजान के पाक महीने में तो आप वहां की रौनक में ही डूब जाएंगे.
जामा मस्जिद के इलाके की चमक मन मोह लेगी
जामा मस्जिद के इलाके में रमजान की चमक-धमक ही कुछ ऐसी है कि आदमी का मन करता है कि वह हर रोज यहां कुछ न कुछ खाने जरूर आए. इस इलाके में सोशल मीडिया पर मशहूर गुंबद कैफे जैसे नए खिलाड़ी भी आजकल मार्केट में हैं लेकिन आप रमजान की रौनक का मजा लेना चाहते हैं तो गली में घूमना ही ज्यादा बेहतर ऑप्शन है. इस गली में जब आप गए हैं तो करीम पर जाकर मटन निहारी जरूर टेस्ट की जा सकती है. करीम सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक में अपनी निहारी और कई डिशेज के लिए फेमस है.

करीम में बैठा हर दूसरा या तीसरा ग्राहक कोई विदेशी पर्यटक ही होता है. खास बात है कि इतना मशहूर होने के बावजूद कुछ सालों पहले तक तो करीम वालों की कोई ब्रांच भी नहीं थी लेकिन अब कुछ शहरों में करीम की ब्रांच खुल गई हैं. रमजान में करीम लोकल के ग्राहकों से भी भरा रहता है.
काफी लोग इफ्तार और नमाज व तरावीह के बाद अपने परिवारों के साथ करीम होटल पर खाते हुए नजर आ जाएंगे. कुछ ऐसा ही हाल असलम चिकन टिक्के वाले का भी है. असलम चिकन रेस्टोरेंट में आपको लजीज टिक्का और कबाब खाने को मिल जाएंगे.
जामा मस्जिद के सामने कबाब खाने हैं तो बेस्ट है ये जगह
असलम चिकन टिक्का का नाम भी देश-विदेश में मशहूर है. इन दो मशहूर रेस्टोरेंट के अलावा भी इस गली में कई अच्छे रेस्टोरेंट हैं, जिनमें जाकर आप लजीज खाना ट्राई कर सकते हैं. इफ्तार के बाद अच्छे कबाब खाने की इच्छा है तो कुरैशी कबाब आपके मुंह को स्वाद से भर देगा. आप इफ्तार के समय के बाद कुरैशी कबाब जाइए.
कुरैशी कबाब वालों के यहां थोड़ा भीड़ आपको मिलेगी लेकिन कबाब खाकर मजा आ जाएगा. बस एक बात का ध्यान रखें कि जब आप खाना खा लें तो मीठे की ओर जरूर अपना रुख कर लें. रमजान की रौनक में शाही टुकड़ा खाकर आपको मजा आ जाएगा.
गली में कई सारी ऐसी दुकानें हैं जिन पर शाही टुकड़ा और मिठाई के दूसरे आइटम्स भी मिल जाते हैं. खाने के बाद इन आइटम्स को जरूर टेस्ट करें, आपको मजा आ जाएगा.
यहां से जाते खास शीरमाल लेना न भूलें. शाही शीरमाल को मुगलों के समय का पिज्जा भी कहा जाता है. इनका स्वाद भी एकदम अलग होता है. आपको सादे से लेकर बादाम, पिस्ते से लेकर कई फ्लेवर वाले शीरमाल मिल जाएंगे.

इस गली के अलावा भी रमजान में पुरानी दिल्ली के कई इलाकों में आपको रौनक नजर आएगी. आप अलग-अलग इलाकों के बाजारों में जाकर फिजाओं को महसूस करके ही बता दोगे कि कुछ तो खास है. चाहे कोई गली जाफराबाद की हो या बेरी वाले बाग की. हर जगह रमजान की एक अलग ही खुशबू हवा में बहती मिलेगी.
खासतौर पर जाफराबाद के चौहान बांगर में आपको रमजान का फुल माहौल नजर आएगा. इफ्तार के समय वहां खानपान की दुकानें इस तरह सजी होंगी कि आपका मन करेगा कि उठाकर सब खा जाएं. इसके साथ ही जाफराबाद के बाजार में इफ्तार के बाद आप शाही टुकड़े और खीर का लुत्फ जरूर उठा सकते हैं.
इसी तरह अगर आप सीलमपुर जाते हैं तो वहां भी आपको नॉन वेज के अच्छे ऑप्शन बाजार में मिल जाएंगे. सीलमपुर में मिलने वाली बिरयानी का स्वाद भी आपका मन मोह लेगा.