हंसने-मुस्कराने से सकारात्मक माहौल बना रहता है. व्यक्ति जब तनाव से दूर होता है तो मानसिक बीमारियां भी पास नहीं फटकती हैं. हंसना-मुस्कुराना और खिलखिलाना अच्छी सेहत का राज माना जाता है. आइए पढ़ते हैं सोशल मीडिया पर वायरल जोक्स.
एक पागल आईने में
खुद को देख कर सोचने लगा..
यार इसको कहीं देखा है...
काफी देर टेंशन में सोचते-सोचते...
धत्त तेरी की ये तो वही है जो
उस दिन मेरे साथ बाल कटवा रहा था...
दूल्हा वाले- बारात ठीक 8:00 बजे पहुंच जाएगी
पर एक बात तो हम कहना ही भूल गए
दुल्हन वाले- जी पता है बारातियों का स्वागत पान पराग से करना है ना?
दूल्हा वाले- नहीं, रास्ते के सारे चालान आपको ही भरने हैं.
दो दोस्त आपस में बात करते हुए...
रोहन- मैं सर्दियों में रोज नहाता हूं.
सोहन- और मेरे यहां 10 दिन बाद को ‘रोज’ कहते हैं...
बब्लू- अरे यार स्कूल आना क्यों छोड़ दिया?
डब्लू- मेरे डैडी कह रहे थे कि एक ही जगह बार बार जाने से इज्जत कम हो जाती है.
पिता- स्कूल से तुम्हारी शिकायत आई है...
बेटा- शिकायत कैसे आएगी, मैं तो 15 दिन से स्कूल गया ही नहीं...
सोहन- पत्नी को कॉल किया तो उधर से आवाज आई...
मोहन- क्या?
सोहन- आप जिसे फोन कर रहे हैं, वह आपकी पहुंच से बाहर है.
मोहन- अच्छा...
सोहन- वही...कमाल है...इनको भी ये बात मालूम है.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)